कोटा.नई शिक्षा नीति के तहत ड्यूल डिग्री को मान्यता दी गई है. इसी के तहत यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन इसे जमीनी धरातल पर उतारने की कोशिश कर रहा है. इसी के तहत वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी (VMOU) ने इसकी शुरुआत कर दी है. जुलाई के सेशन से वीएमओयू ड्यूल डिग्री को मान्यता दे देगा. एकेडमिक काउंसलिंग में भी इस प्रस्ताव को पास करा लिया गया है.
वीएमओयू के एकेडमिक डायरेक्टर प्रो बी अरुण कुमार ने बताया कि वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय ने बैचलर कोर्स में ड्यूल डिग्री को सैद्धांतिक मान्यता 1 साल पहले देने की घोषणा की गई थी. नई शिक्षा नीति और यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के निर्देशों पर यह क्रियान्वयन करने की प्रक्रिया विश्वविद्यालय ने शुरू कर दी थी. उसी चरण में विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसलिंग में इसे मान्यता दे दी गई है. साथ ही जुलाई से होने वाले प्रवेश में विद्यार्थी ड्यूल डिग्री कोर्सेज के लिए आवेदन कर सकते हैं.
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नियम और शर्तें: प्रोफेसर बी अरुण कुमार ने बताया कि इसके लिए कुछ नियम और शर्तें भी बनाई गई हैं. इन शर्तों में पहली शर्त यह है कि ड्यूल डिग्री के तहत दोनों कोर्सेज के सब्जेक्ट प्रैक्टिकल नहीं होने चाहिए. यानी कि कोई विद्यार्थी किसी इंजीनियरिंग कॉलेज या यूनिवर्सिटी से बीटेक कर रहा है, तब वह कोटा ओपन यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेकर नॉन प्रैक्टिकल सब्जेक्ट में बैचलर डिग्री कर सकता है. हालांकि उसे बीएससी में प्रवेश नहीं मिलेगा, क्योंकि इसमें भी प्रैक्टिकल सब्जेक्ट हैं. वह बीए और बीकॉम कर सकता है, लेकिन बीए में भी प्रेक्टिकल सब्जेक्ट नहीं ले सकता.
इस तरह से कर सकेंगे डुएल डिग्री कोर्सःविद्यार्थी बैचलर ऑफ आर्ट्स के साथ बीकॉम कर सकते हैं. बीए, बीकॉम के साथ ही बीएससी कर सकते हैं. हालांकि बीए में कोई प्रेक्टिकल सब्जेक्ट नहीं होना चाहिए, जिनमें होम साइंस, ज्योग्राफी और कंप्यूटर एप्लीकेशन शामिल हैं. हालांकि विद्यार्थी बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के साथ बीकॉम और बीए (नॉन प्रेक्टिकल सब्जेक्ट) कर सकता है.