रामगंजमंडी (कोटा). पर्यावरण संरक्षण की बात तो हर कोई करता है, लेकिन उसे असल जीवन में यानी की जमीनी स्तर पर बचाने का काम कोटा की इस शख्सितय ने किया है. ईटीवी भारत की इस स्पेशल रिपोर्ट में कहानी है पर्यावरण प्रेमी किशन बागोरा की. जिन्होंने बंजर जमीन पर फूल उगाए हैं.
दरअसल बागोरा ने शहर के मंगलम राजकीय सामुदायिक अस्पताल परिसर के सामने पड़ी बंजर भूमि को फूलों की बगिया का आकार दे दिया है. यहां पर लगे मनमोहक फूलों को देखकर आप भी यहां खींचे चले आएंगे. बागोरा की इस मेहनत और लगन के पीछे आमजन के हित की भावना छिपी हुई है.
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10 साल से लगातार मेहनत जारी
किशन बागोरा लगातार 10 सालों से अस्पताल परिसर में इस बगीचे को संवारने में लगे हुए हैं. बगीचे को विकसित करने के लिए बागोरा को परेशानियां झेलनी पड़ीं, लेकिन उन्होंने इससे हार नहीं मानी और उनकी मेहनत के कारण आज अस्पताल में सुंदर गार्डन बन चुका है. इस उद्यान में जब मरीज और उनके तीमारदार आराम करते दिखाई देते हैं, तो बागोरा के मन को सुकून मिलता है.
पर्यावरण प्रेमी बागोरा ने बताया कि इस कार्य का बीड़ा उन्होंने 2009 से उठाया था. उस समय अस्पताल का शुभारंभ किया गया था. जिस जगह अस्पताल बनाया वहां हरियाली की कमी थी. ऐसे में ये बात मेरे मन को कचोटती थी. मन में सोचता था कि अस्पताल में तो केवल परेशान व्यक्ति का आना ही होता है. ऐसे में गर्मी के मौसम में अगर वह भवन के बाहर आकर बैठना चाहे तो संभव नहीं हो पाएगा. इसके बाद मैंने मन में ठान लिया कि कुछ भी हो जाए, यहां गार्डन बनाकर ही रहूंगा.