सांगोद (कोटा). सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में फर्जीवाड़ा करने वाले 103 लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है. कनवास SDM राजेश डागा ने खाद्य सुरक्षा योजना में चल रहे फर्जीवाड़े को उजागर करने के बाद अब सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में चल रहे फर्जीवाड़े की भी जांच शुरू कर दी है. जिसके तहत अपात्र लोगों की सूची तैयार कर उन्हें चिन्हित किया जा रहा है.
वहीं जांच के दौरान 103 लोगों को चिन्हित किया गया है. फर्जी तरीके से पेंशन ले रहे अपात्र परिवारों को नोटिस जारी कर इनसे वसूली और नाम हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. कनवास SDM राजेश डागा के अनुसार रूपाहेड़ा गांव में राममूर्ति धाकड़ के पास 33 बीघा, लटूरिलाल के पास 32 बीघा, रतन लाल के पास 27 बीघा, भेरूलाल धाकड़ के पास 31 बीघा, चमेली बाई के पास 24 बीघा, मांगीलाल के पास 17 बीघा और देवीलाल के पास 15 बीघा सिंचित भूमि होने के बावजूद फर्जी तरीके से इनको सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना सूची में सम्मिलित किया गया है. ऐसे में अब उपखंड अधिकारी डागा ने इन परिवारों की जांच के लिए विकास अधिकारी और तहसीलदार को पत्र लिखा है. जिसमें परिवारों से वसूली कर सूची में से नाम हटाने के लिए निर्देशित किया गया है.
राजेश डागा ने बताया कि कनवास में राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, विकलांग पेंशन का लाभ लेने वालों की संख्या लगभग 9,000 है. जांच में सामने आया कि इसमें बड़ी संख्या में अपात्र लोगों ने अपना नाम फर्जी तरीके से जुड़वा रखा है. वो इसका नाजायज फायदा उठा रहे हैं.
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अभी तक लगभग 103 व्यक्तियों की जांच करवाकर विकास अधिकारी सांगोद को भिजवाई जा चुकी है. चूंकि विकास अधिकारी इस योजना में स्वीकृत अधिकारी हैं तो उन्हीं के द्वारा ही पेंशन योजना में नाम हटाने और जोड़ने प्रक्रिया पूरी की जाती है.