कोटा.मध्यप्रदेश से भारी मात्रा में पानी की आवक होने से शनिवार को एक बार फिर चंबल के सबसे बड़े चारों बांध के गेट खोले गए. गांधी सागर से पांच लूज व तीन क्रैश गेट खोलकर 1 लाख 80 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई है. इसके चलते बैराज के आठ गेट खोलकर दो लाख क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. जिससे प्रशासन ने निचली बस्तियों में अलर्ट जारी कर दिया. वही बाढ़ ग्रस्त हुए लोगों मे भय बना हुआ है.
बैराज के गेट खोलकर की जा रही है 2 लाख क्यूसेक पानी की निकासी मध्य प्रदेश में लगातार बारिश से गांधी सागर में पानी की आवक से आठ गेट खोलकर एक लाख अस्सी हजार क्यूसेक पानी की निकासी से बैराज के भी आठ गेट खोंलने पड़े, जिससे 2 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. ऐसे में प्रशासन ने निचले क्षेत्रों में वापस अलर्ट जारी कर दिया. इसके चलते बाढ़ से ग्रसित लोगों में भय बना हुआ है.
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बता दें कि पिछले दिनों बैराज के पूरे गेट खोंलकर सात लाख क्यूसेक पानी की निकासी की गई थी. जिससे चम्बल के निचले इलाकों में बाढ़ आ गई थी. जिससे हजारों लोग घर से बेघर हो गए थे. जिनको आश्रय स्थल बना कर शरण दी गई. जैसे-तैसे प्रशासन की हालातों को सुधारने की कोशिश जारी है. लेकिन लोगों में बैराज के गेट खोंलने से डर बना हुआ है.
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बैराज के अभियन्ता ने बताया कि बैराज के आठ गेट खोलकर दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. जिसमें 6 गेट 25 फिट खुले हुए हैं. एक गेट 20 फिट और एक गेट 15 फिट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है. लगातार बैराज के गेट खोलकर पानी की निकासी से बाढ़ से प्रभावित लोगों में अभी भी दहशत का माहौल बना हुआ है. कई लोग तो अभी तक उभर भी नहीं पाए.