कोटा. राजस्थान में कोटा बैराज से पानी की निकासी के चलते रियासत कालीन नयापुरा की पुलिया डूब गई है. उसके अलावा निचली बस्तियों में पानी भरने की संभावना है. अगर पानी और ज्यादा छोड़ा जाता है, तो इन बस्तियों में पानी प्रवेश कर जाएगा. जिसके लिए नगर निगम ने मुनादी भी उस एरिया में देर रात को रविार को करा दी थी. अभी फिलहाल कोटा बैराज से 1 लाख 30 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है.
मध्य प्रदेश में हुई तेज बारिश के चलते चंबल नदी में पानी की आवक हो रही है. इसके चलते ही चंबल नदी पर बने बांध के पानी की निकासी जारी है. कोटा बैराज से पानी की निकासी के चलते रियासत कालीन नयापुरा की पुलिया डूब गई है. उसके अलावा निचली बस्तियों में पानी भरने की संभावना है. अगर पानी और ज्यादा छोड़ा जाता है तो इन बस्तियों में पानी प्रवेश कर जाएगा. कोटा बैराज से पानी की निकासी की जा रही है. इसके लिए 8 गेटों को 115 फीट खोले गए हैं. साथ ही चंबल नदी में कोटा बैराज के बाद कुछ सहायक नदियां भी मिलती हैं. इससे उसमें पानी की आवक लगातार बनी हुई है और धौलपुर तक चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
गांधी सागर में पानी की आवक...
गांधी सागर बांध में पानी की आवक रविवार को 5 लाख क्यूसेक से ज्यादा थी. अब यह कम होकर 1 लाख 30 हजार क्यूसेक रह गई है, लेकिन गांधी सागर बांध को 31 अगस्त तक नए गेज के अनुसार 1306 सीट पर मेंटेन करना है. ऐसे में वहां से 3 लाख 30 हजार क्यूसेक के आसपास पानी की निकासी की जा रही है.