करौली. 8 मार्च को महिला दिवस मनाया जाएगा. महिला दिवस पर जहां एक तरफ सरकार, महिलाओं को आगे बढ़ाने की बात कह रही है. वहीं, दूसरी ओर सरकार के ही नुमाइंदे पीड़ित महिला की गुहार सुनने तक को तैयार नहीं है. करौली की एक महिला इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. पीड़िता करौली पुलिस अधीक्षक से लेकर तमाम आलाधिकारियों तक गुहार लगा चुकी है, लेकिन अब तक उसे न्याय नहीं मिल सका. दरअसल, करौली की विनीता मीणा ने अपने कांस्टेबल पति छुट्टन लाल मीणा के खिलाफ मारपीट और घर से निकालने का मामला थाने में दर्ज कराया है. देखें ये खास रिपोर्ट
मारपीट कर घर से निकाला...
पीड़िता विनीता मीणा ने अपने ही पति के खिलाफ मारपीट कर घर से बाहर निकालने का मुकदमा दर्ज कराया है. पीड़िता ने प्राथमिकी में बताया कि उसकी शादी 2007 को बामनवास निवासी छुट्टन लाल मीणा के साथ हुई थी. 2011 में उनके एक बच्चा हुआ. महिला ने बताया कि उसका पति छुट्टनलाल मीणा वर्तमान में राजस्थान पुलिस कांस्टेबल के पद पर नौकरी करता है. उसका पति कई सालों से उसके साथ मारपीट कर प्रताड़ित कर रहा है. अब उसे और उसके बच्चे को घर से भी निकाल दिया है.
पति पर दर्ज कई मुकदमे...
महिला ने बताया कि उसके पति ने 5 वर्ष पूर्व बामनवास के अमावरा गांव से एक लड़की का अपहरण किया था. इसके बाद ससेड़ी गांव से एक नाबालिक लड़की को 8 सितंबर 2020 को अपहरण करके ले भागा था. दोनों ही मामलों में उसके खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज है. हालांकि, मुकदमे में वह फिलहाल निलंबित है.
पढ़ें:'जब तक समाज की मानसिकता नहीं बदलेगी तब तक महिलाओं के साथ अत्याचार होता रहेगा'