करौली.जिलेभर में रविवार को शीतला अष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया. मध्यरात्रि के बाद से ही महिलाओं ने पूजा-अर्चना के लिए तैयारियां शुरू कर दी. शहर में शीतला माता मंदिरों में महिलाओं ने पूजा-अर्चना कर माताजी को ठंडे भोजन का भोग लगाकर अच्छे स्वास्थ्य की कामना की.
शहर के प्रताप नवल बिहारी मंदिर के समीप स्थित शीतला माता मंदिर पर महिलाओं की भीड़ रही. शीतला माता पूजन के लिये तड़के से ही महिला सज-धजकर घरों से ठण्डे पकवान से सजी थाली लेकर गीत गाते हुऐ शीतला माता मन्दिर पहुंची.
महिलाओं ने शीतला माता की पूजा कर ठण्डे पकवानों का भोग लगाया. इसके बाद महिलाओं ने शीतला माता की सामूहिक कहानी सुनी और मंगल गीत गाए. महिलाओं ने मन्दिर के पास लांगरा की प्रतिरूप की मूर्तियों को भी भोग लगाया. महिलाओं ने बताया कि शीतला अष्टमी के दिन माता को ठंडे पकवानों का प्रसाद लगाया जाता है. शाम को भोजन को बनाया जाता है. जिसमें पुआ, पूड़ी, चावल, कढ़ी अन्य पकवान बनाए जाते हैं. उन पकवानों का सुबह माताजी का प्रसाद लगाया जाता है. घर परिवार बस्ती में सुख शांति रहे इसलिए शीतला माताजी का ठंडे पकवानों का प्रसाद लगाया जाता है. घर में ठंडे भोजन को ग्रहण किया जाता है लांगुरिया का पूजन कर उनका जीमण कराया जाता है.
अजमेर में शीतला माता मेले का आयोजन
अजमेर में शीतला सप्तमी के अवसर पर प्रसिद्ध शीतला माता मेले का आयोजन किया गया. प्राचीन फव्वारा सर्किल पर आयोजित हुए. इस मेले में कोरोना का असर साफ देखने को मिला. श्रद्धालु मां शीतला के दर्शनों के लिए लंबी- लंबी लाइनें लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए. पुलिस प्रशासन कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाने और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुस्तैद नजर आ रहा था.
नशाखोरी को लेकर जन जागरण अभियान