करौली. जिले के सपोटरा इलाके के गांवों के ग्रामीणों ने गुरुवार को वन विभाग के अधिकारी और जंगली जानवरों द्वारा ग्रामीणों को अनावश्यक रूप से परेशान करने के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया. साथ ही इस सबंधं में कलेक्टर को ज्ञापन सौंप समस्या का समाधान करने की मांग भी की.
ग्रामीणों का वन विभाग और जंगली जानवरों पर तंग करने का आरोप ग्रामीणों ने बताया कि सपोटरा इलाके के गांव कुरतकी, सोहनपुरा, सेमरी में आए दिन वन विभाग के अधिकारी परेशान करते रहते हैं. वन विभाग के अलावा जंगली जानवरों द्वारा ग्रामीणों की मवेशी और फसल यहां तक कि ग्रामीणों का भी शिकार और घायल करने की घटना होती रहती हैं. वन विभाग वाले ग्रामीणों को यह कहकर परेशान करते हैं कि जिस जमीन पर ग्रामीण बसे हुए है और खेती कर रहे है. वह वन विभाग की भूमि है. वन विभाग की अड़चन होने के कारण आज तक इन गांवों में सड़क, पानी, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है.
जिससे इन गांवों का और क्षेत्र का विकास अवरुद्ध हो गया है. सरकार द्वारा विस्थापन किए जाने को लेकर जो मुआवजा राशि दशकों पहले तय की गई थी. उसमें भी कोई वृद्धि नहीं की गई है. इसलिए इन गांवों का आज तक विस्थापन नहीं हो सका है. ऐसे में सरकार और प्रशासन की अनदेखी का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है.
पढ़ें:राहुल गांधी ने नागौर में दलित युवकों की पिटाई को बताया भयानक, CM से कार्रवाई करने को कहा
ग्रामीणों ने कहा कि जिला कलेक्टर मोहन लाल यादव को ज्ञापन सौंपकर, इन गांवों में मूलभूत सुविधाओं खासकर पानी की व्यवस्था गिष्म-ऋतु शुरू होने से पूर्व करवाने और वन विभाग के अधिकारियों को ग्रामीणों को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं करने और जंगली जामवरों से मवेशियों की सुरक्षा प्रदान करने की मांग की गई है.