करौली. ठेका बिजली कर्मी की करंट की चपेट में आने से मौत पर गुस्साएं ग्रामीणों ने एनएच 11 बी हाईवे पर शव रखकर प्रदर्शन किया और जाम लगा दिया. दरअसल, परिजनों ने घटना की जानकारी बिजली अधिकारियों और ठेकेदार दी लेकिन किसी ने भी कॉल रिसीव नहीं की. इस रवैए से नाराज परिजन और ग्रामीण शव को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए. जहां एनएच 11 बी हाईवे मार्ग पर जाम लगा दिया. पूर्व मंत्री रमेश मीणा के समझाने के बाद मामला शांत हुआ.
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करौली जिले के परीता गांव स्थित बिजली ग्रिड स्टेशन पर ठेके पर तैनात कर्मी सूरज मीणा निवासी परिता की मौत हो गई. इसी बीच मृतक की पत्नी बेहोश हो गई. पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए एनएच 11बी से जाम हटाया. परिता गांव निवासी अजय एवं रिंकू मीणा ने बताया कि सूरज मीणा गांव में ही स्थित ग्रिड पर काम करने गया था. इस दौरान करंट की चपेट में आ गया.बेहोश हो गया. ग्रिड के पास ही स्थित विद्यालय के शिक्षकों ने लाइनमैन के करंट की चपेट में आने की सूचना दी.
ग्रामीण घायल सूरज को लेकर वजीरपुर चिकित्सालय पहुंचे जहां उसकी मौत हो गई. कोतवाली पुलिस ने समझाइश कर जाम खुलवाया गया. जिसके बाद परिजन व ग्रामीण शव को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गए. ग्रामीण मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग करने लगे. मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात किया गया.
मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता का आश्वासन
सपोटरा विधायक व पूर्व मंत्री रमेश चंद्र मीणा घटना की जानकारी मिलने के बाद जाम स्थल पर पहुंचे. मामले को लेकर जिला कलक्टर से मिले. उसके बाद धरना स्थल पर पहुंचकर मृतक के परिजनों को बताया कि बिजली विभाग 5 लाख और ठेकेदार की तरफ से 4 लाख रुपए की सहायता दी जाएगी. राज्य सरकार की पालनहार योजना का लाभ दिलाया जाएगा. इसके बाद मामला शांत हुआ.