करौली.फर्जी चेक के माध्यम से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली अन्तर्राष्ट्रीय गैंग का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के मुख्य सरगना सहित पांच सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इस शातिर गिरोह के तार उत्तर प्रदेश में राजस्थान से जुड़े हुए हैं. पुलिस गिरोह के सदस्यों से पूछताछ में जुट गई है और भी कई मामले खुलासे होने की संभावना है.
करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले शातिर ठग गिरफ्तार पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया, मंगलवार को गुलाब बाग करौली स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में फर्जी चेक के माध्यम से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के मुख्य सरगना हेमंत पुत्र राधेश्याम जाति कुशवाह निवासी मैनपुरी उत्तर प्रदेश एवं नरसी उर्फ नारायण सिंह पुत्र मिश्रीलाल जाति माली निवासी पदेवा जिला करौली शैलेश मिश्रा पुत्र अंबिका प्रसाद मिश्रा जाति ब्राह्मण निवासी पहाड़पुर जिला सीतापुर उत्तर प्रदेश, केदार पुत्र विजेंद्र सिंह जाट निवासी गिर्राज वाटिका मथुरा अमित पुत्र कुमरपाल कुशवाह निवासी फिरोजाबाद को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपियों से पूछताछ जारी है. अन्य वारदात खुलने की भी संभावना है. पुलिस ने आरोपियों से काम में प्रयुक्त की जाने वाली कार को भी बरामद किया है.
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पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया, मंगलवार को गुलाब बाग स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक ने दूरभाष के जरिए कोतवाली थानाधिकारी रामेश्वर दयाल मीणा को सूचना दी कि शाखा में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा साईं राम गौ सेवा समिति महोली जिला करौली के खाते मे 1 करोड़ रुपए ट्रांसफर करने का चेक क्लीयरेंस के लिए दिया गया है. अज्ञात व्यक्ति द्वारा दिया गया चेक सही प्रतीत होता है. लेकिन चेक प्रस्तुत करने वाला व्यक्ति संदिग्ध (फर्जी) नजर आ रहा है. पुलिस अधीक्षक ने बताया, वारदात को गंभीरता से लेते हुए एएसपी प्रकाश चन्द्र व डीएसपी मनराज मीणा तथा थानाधिकारी कोतवाली को गिरोह के सदस्यों की शीघ्र गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए गए.
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गठित टीम द्वारा बैंक शाखा में पहुंचकर शाखा प्रबंधक से जानकारी ली तो शाखा प्रबंधक ने बताया कि तीन संदिग्ध व्यक्तियों द्वारा उत्तर प्रदेश ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना स्कीम के द्वारा जारी चेक को साईं राम गौ सेवा समिति महोली जिला करौली के खाते में एक करोड़ रुपए ट्रांसफर करने के लिए दिया गया है. इस पर टीम ने तत्परता दिखाते हुए तीनों संदिग्ध व्यक्तियों के नाम पता पूछा तो उन्होंने अपना नाम हेमंत पुत्र राधेश्याम जाति कुशवाह निवासी मैनपुरी उत्तर प्रदेश, नरसी उर्फ नारायण सिंह पुत्र मिश्रीलाल जाति माली निवासी पदेवा जिला करौली शैलेश मिश्रा पुत्र अंबिका प्रसाद मिश्रा जाति ब्राह्मण निवासी पहाड़पुर जिला सीतापुर उत्तर प्रदेश का होना बताया जो पुलिस को देख कर घबरा गए तथा चेक के बारे में तीनों ने अलग-अलग जानकारी दी. शक होने पर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया उनके गिरोह के दो सदस्य बैंक के बाहर खड़ी आर्टिका गाड़ी में बैठे हुए हैं. इस पर मौजूद जाब्ता द्वारा तलाश किया गया तो दोनों आरोपी पुलिस को देख कर फरार हो गए. पुलिस जाब्ता ने दोनों फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया.
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पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरोह के मुख्य सरगना हेमंत कुमार पुत्र राधेश्याम निवासी मैनपुरी उत्तर प्रदेश ने बताया कि उक्त चैक को उसने ही उत्तर प्रदेश ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना स्कीम के खाता संख्या 30125945162 से जालसाजी करते हुए प्राप्त कर गिरोह के अन्य सदस्यों से योजना बनाकर किसी को शक न हो. इस कारण डोनेशन हेतु साई राम गौ सेवा समिति महोली करौली के सदस्य नरसी उर्फ नारायण सिंह पुत्र मिश्रीलाल जिला करौली से संपर्क कर चेक को साईं राम गो सेवा समिति महोली के खाते में क्लीयरेंस कराकर रकम हड़प लेंगे. इसी योजना के अंतर्गत ठगों ने खाते में ट्रांसफर करने बाबत चेक को गुलाब बाग करौली स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में प्रस्तुत किया.
टीम में इन लोगों का रहा विशेष योगदान
पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि शातिर ठग गिरोह का पर्दाफाश करने की संपूर्ण कार्रवाई में कांस्टेबल सुग्रीव कुमार की अहम भूमिका रही है. इसके अलावा कोतवाली थाना अधिकारी रामेश्वर दयाल मीणा, उप निरीक्षक दिनेश चंद शर्मा, उप निरीक्षक चंद्र हुसैन, हेड कांस्टेबल नटवर सिंह, कांस्टेबल रघुवीर, मेघराज, सत्येंद्र कुमार, संपत राज, महिला कांस्टेबल विनीता, चालक कांस्टेबल जसवंत सिंह कोतवाली करौली की भूमिका रही.