करौली.राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे मंगलवार को करौली दौरे पर रही. इस दौरान वसुंधरा राजे ने सबसे पहले कैलादेवी माता के दरबार में पहुंचकर ढोक लगाई और पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की. इसके बाद वसुंधरा राजे 2 अप्रैल को नवसंवत्सर के दिन रैली के दौरान हुई हिंसा में पीड़ित लोगों (Vasundhara Raje meets victims of Karauli violence) से मुलाकात की और उनके हालचाल जाने. राजे ने घटनास्थल पर पहुंचकर आगजनी में हुए नुकसान का जायजा लिया. फिर पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से घटना की समीक्षा कर मीडिया से रू-ब-रू हुई. राजे ने कांग्रेस सरकार पर निशाना (Vasundhara Raje targeted the Gehlot government ) साधते हुए कहा कि खुद कांग्रेस अपने आप ही देश से मुक्त हो रही है.
जिस प्रकार करौली मे हिन्दू नववर्ष पर रैली के दौरान हुए उपद्रव पर कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है वह निंदनीय है. उन्होंने कहा कि करौली घटना में पुलिस प्रशासन और इंटेलिजेंस फैलियर रही है. उन्होंने सवाल खड़ा किया कि जब (Vasundhara Raje statement on Karauli violence ) प्रशासन ने रैली की अनुमति दी तो उससे पहले सड़कों को ही चेक क्यों किया,मकानों के ऊपर जाकर क्यों चेक नहीं किया?. इससे साफ जाहिर होता है कि करौली की घटना सुनिश्चित थी. राजे ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन राजनीतिक दबाव में काम कर रहा है.
दोनों पक्षों को एक तराजू में तोल रहा प्रशासनःराजे ने कहा कि यह अजीब बात है जो लोग यात्रा निकाल रहे हैं. साथ ही शान्तिपूर्ण तरिके से चल रहे हैं और जो लोग प्राणघातक हमला कर रहे हैं. उन दोनों के ऊपर ही पुलिस प्रशासन एक ही धारा लगाने का काम कर रहा है. मतलब जो पिट रहा है और उस पर दूसरा पत्थर फेंक रहा है, उसको प्रशासन एक ही तराजू में तोलने का काम कर रहा है. राजे ने कहा कि जो लोग रैली में घायल हुए उन लोगों पर भी कठोर कार्रवाई की जा रही है. पीड़ितों में ऐसे भी लोग शामिल हैं जो रैली में शामिल नहीं थे. उनको भी पुलिस पकड़ने का काम कर रही है. वसुंधरा राजे ने कहा कि मेरे से एक पीड़िता महिला मिलने आई. उसने बताया कि उसका पति गजेंद्र सिंह इलाज कराने के लिए अस्पताल में गया था. वह रैली में शामिल भी नहीं था. लेकिन पुलिस ने उसको पकड़ लिया, यह पुलिस की नाकामी को दर्शाता है.
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10 बीते, न सामान बरामद हुआ और न मुआवजा मिलाः वसुंधरा राजे ने कहा कि घटना को 10 दिन गुजर गए, लेकिन न तो पीड़ितों का सामान बरामद करवाया है न ही उनको कोई मुआवजा दिया गया है. लोग पलायन को मजबूर हैं. सबके सामने घटना के दिन का वीडियो आ गया है. उसमें क्लियर दिख रहा है कि पुलिस कैसे घूम रही है? राजे ने कहा कि कांग्रेस सरकार को किसी पर आरोप-प्रत्यारोप करने के बजाए दोषियों को सजा देनी चाहिए. राजे ने कहा कि लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पीएम मोदी, गृह मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत इधर-उधर गलती बताने की बजाए दोषी को दंडित करने का काम करें.