करौली. जिला मुख्यालय पर चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुक्रवार को वैक्सीन होल्ड की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में वैक्सीन होल्डर कोल्ड चैन का उचित संधारण कर वैक्सीन को खराब होने से बचाए रखने के बारे में चर्चा की गई.
वैक्सीन होल्डर कोल्ड चैन मैनेजमेंट पुस्तक का अध्ययन कर उचित संधारण करें कार्यशाला को संबोधित करते हुए सीएमएचओ डॉ. दिनेशचंद मीना ने कहा कि वैक्सीन होल्डर कोल्ड चैन का उचित संधारण कर वैक्सीन को खराब होने से बचाये और सरकार की मंशा के अनुसार धरातल पर किये गये कार्य के सकारात्मक परिणाम निकलकर आयें.
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इसके लिए आवश्यक है कि कई बीमारियों से बचाने वाली वैक्सीन बच्चों और गर्भवतियों तक अपने मूल स्वरूप में पहुंचे. जिसके लिए कोल्ड चैन प्रभारी के सतर्क रहना चाहिए. सीएमएचओ ने उच्चस्तरीय कोल्ड चैन संधारण की अपेक्षा जताते हुए कहा की नियमित आईएलआर की देखरेख कर रिकार्ड संधारण करे, तापमान संधारण करें.
आईएलआर की डीफ्रांस किये जाने, ओपन वॉयल पॉलिसी का अनुकरण सहित कोल्ड चैन संधारण बुक के अध्ययन किये जाने के निर्देश दिये. यूएनडीपी के कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. प्रदीप जौहरी ने प्रशिक्षण देते हुए कोल्ड चैन के संधारण की सावधानियों को बताया.
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उन्होंने तापमान यंत्र को दुरुस्त रखने संबंधी जानकारी देते हुए यंत्र बचाव की जानकारियों से अवगत कराया और आईएलआर में वैक्सीन को सुरक्षित रखे जाने के आवश्यक बिंदुओं पर कोल्ड चैन प्रभारियों का ध्यानार्षित किया. इस दौरान आईईसी समन्वयक लखन सिंह लोधा सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारी कार्मिक मौजूद रहे.