करौली. जिले के मंडरायल कस्बे में बाजार खोलने की मांग को लेकर व्यापारियों ने प्रदर्शन किया. इसके साथ ही एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा. व्यापारियों का कहना है कि बाजार बंद रहने से उनको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है. जिससे भुखमरी की समस्या पैदा हो गई है. दूसरी ओर दुकान बन्द रहने से धंधा चौपट होने की कगार पर आ गया है.
व्यापारियों ने बताया कि 27 मई से मंडरायल कस्बे के बाजार बंद होने से व्यापारी वर्ग सहित आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जिसको लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंप बाजार खुलवाने की मांग की है. व्यापारियों ने कहा कि क्षेत्र में अब कोई भी कोरोना संक्रमित नहीं है. स्थिति सामान्य बनी हुई है. ऐसे मे कस्बे के बाजारों को खोल दिया जाए. दुकान बंद रहने की वजह से दुकानों का किराया नहीं चुका पा रहे हैं. दूसरी ओर दुकान मालिक किराए को माफ नहीं कर रहे हैं. जिससे भुखमरी की स्थिति पैदा होती जा रही है.
व्यापारियों ने एसडीएम से यह भी मांग रखी की अगर इलाके में कोई कोरोना पॉजिटिव आता है तो उसके गांव या गली मोहल्लों को सील किया जाए, ना कि बाजार बंद करवाए जाएं. वहीं एसडीएम हेमराज गुर्जर ने बताया कि जिला कलेक्टर से बात कर शनिवार सुबह 7:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक बाजार खुलवाने के प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने व्यापारियों से अपील करते हुए कहा कि सभी व्यापारी सोशल डिस्टेंस, मास्क पहनने और सैनिटाइजर रखने के नियमों का पालन करें. जिससे कोरोना महामारी से बचा जा सके.
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जानकारी के अनुसार बीते दिनों मंडरायल कस्बे के भटपुरा गांव में कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद प्रशासन ने जीरो मोबेलिटी निषेधाज्ञा लागू कर दी थी. लेकिन दूसरी रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव मरीज नेगेटिव आया है. जिसके बाद कोरोना पॉजिटिव को चिकित्सा विभाग की ओर से डिस्चार्ज कर दिया गया है. लेकिन प्रशासन की ओर से निषेधाज्ञा को खत्म नहीं किया. जिससे बाजार बंद होने की वजह से व्यापारियों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है.