करौली.जिले के सपोटरा उपखंड अन्तर्गत काला घोड़ा पंचायत के मेदपुरा बांसारी गांव में टाइगर टी 104 ने गुरुवार को खेती का कार्य कर रहे एक युवक पर हमला कर उसे अपना शिकार बना लिया. बता दें कि टाइगर के हमले में पिंटू माली नामक युवक की जान चली गई. वहीं टाइगर के हमले में युवक की मौत के बाद इलाके में दहशत का माहौल है.
टाइगर के हमले से युवक की मौत टाइगर के हमले की खबर के बाद रणथंभौर की स्पेशल टीम मौके पर पहुंची. इस दौरान खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने घटना को दुखद बताते हुए वन विभाग के आला अधिकारियों से वार्ता की और उन्होंने जल्द ही टाइगर को ट्रेंकुलाइज कर जंगल में शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं.
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जानकारी के अनुसार सपोटरा उपखंड अंतर्गत कालागुड़ा पंचायत के मेदपुरा बांसारी गांव निवासी पिंटू माली पुत्र रामसहाय माली खेती का कार्य कर रहा था, तभी अचानक से 104 टाइगर ने हमला कर दिया जिससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई. युवक खेत पर बने छप्पर पोश घर में परिवार के साथ रहता था. टाइगर के हमले से युवक की आवाज सुनकर आसपास के खेतों से ग्रामीण टाइगर की तरफ भागे. ग्रामीणों को देखकर टाइगर युवक को छोड़कर भाग गया. वहीं ग्रामीण मौके पर पहुंचे तब तक युवक मृत मिला.
घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने वन कर्मियों के मौके पर पहुंचने पर वन कर्मियों को बंधक बना लिया. सूचना पर करौली से वन विभाग के अधिकारी और पुलिस प्रशासन के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से काफी देर समझाइश के बाद मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपए वन विभाग की तरफ से और एक लाख रूपए प्रशासन की तरफ से देने के बाद बात बनी. उसके बाद युवक का पास के हाड़ौती अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया. वहीं वन विभाग की टीम टाइगर को ट्रेंकुलाईज करने के प्रयास में लगी हुई है.m
बता दें कि विगत 31 जुलाई को भी टाइगर टी 104 ने करौली शहर के दुर्गेशी घटा के पास नाहरदह में रूप सिंह नामक चारवाहे को अपना शिकार बना लिया था. 31 जुलाई को रूपसिंह की मौत की घटना के बाद वन विभाग की ओर से टी 104 को मासलपुर के जंगलों से ट्रेंकुलाइज किया गया था और उसे रणथंभौर नेशनल पार्क के जोन नंबर 8 में छोड़ा गया था.