राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

करौली: गांधी जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम की हुई शुरुआत - राष्टपति महात्मा गांधी

राष्टपति महात्मा गांधी की 150 वी जंयति के उपलक्ष्य पर करौली में तीन दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इसकी शुरुआत रविवार को विभिन्न कार्यक्रमों के साथ हुई. शहर में छात्र छात्राओं ने ढोल मंजीरे के साथ हांथो में गांधीजी के संदेश की तख्तियां लेकर नारे लगाए और शहर को गांधीमय कर दिया.

gandhi jayanti, karoli, rajasthan,

By

Published : Aug 5, 2019, 2:20 AM IST

करौली. राष्टपति महात्मा गांधी की 150 वी जंयति पर शहर में तीन दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. जो कि 4 से 6 अगस्त तक चलेगा. रविवार को इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का आगाज हुआ. सबसे पहले शहर के नगाडखाने दरवाजे से गांधी संदेश यात्रा का प्रारंभ हुआ. गांधी संदेश यात्रा में गांधीजी के भजनों और ढोल मंजीरे के साथ छात्र छात्राओं नें हांथो में गांधीजी के संदेश की तख्तियां लेकर नारे लगाए.

गांधी जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम की हुई शुरुआत

गांधी संदेश यात्रा के बाद चिरंजीलाल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया. इस दौरान सर्वधर्म सभा का आयोजन कर गांधी जी के प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम की धुन बजाई गई. इसके बाद सूचना केंद्र के टाउन हॉल में 'मोहन से महात्मा गांधी' प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया. प्रदर्शनी में 26 पोस्टरों के माध्यम से गांधीजी के सिद्धांतों एवं जीवन पर आधारित पूर्ण विवरण प्रस्तुत किया गया.

पढ़ें: जोधपुर एम्स में हुआ पहला किडनी ट्रांसप्लांट, मां ने बेटी को दी किडनी

इस दौरान जिला कलेक्टर नन्नमल पहाड़िया ने कहा की हमें अपने जीवन में गांधीजी से प्रेरणा लेकर उनका अनुसरण करते हुए उनके समान आचार एवं व्यवहार करना चाहिए. उन्होंने कहा की वेदों में साफ लिखा है कि हमें अंधकार से उजाले की ओर, अज्ञान से ज्ञान की ओर, असत्य से सत्य की ओर, मृत्यु से अमरता की ओर चलने की प्रेरणा दी गई है, और गांधीजी इन पर चले हैं. उन्होंने शांति स्थापित करने के लिए भाईचारा स्थापित किया और उन्हीं सिद्धांतों के आधार पर विश्व में बंधुत्व की भावना विकसित की. आज सभी देश शांति की खोज में भारत आकर ज्ञान प्राप्त करने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि घृणा को घृणा से नहीं, बल्कि घृणा को प्यार से जीता जा सकता है. इसलिए हमें गांधीजी के सिद्धांत के अनुसार चलकर भाईचारे के साथ रहना चाहिए. गांधी जी के बताए रास्तों पर चलकर निश्चित ही देश विकास की ओर बढ़ सकेगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details