करौली.जिले में ईद-उल-फितर शुक्रवार को लोगों ने अपने घरों में सादगीपूर्ण माहौल में अकीदत से मनाया. वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण इस बार रोजेदार ईद की नमाज के बाद मुसाफा और गले मिलने की जगह केवल फोन और परिजनों को सोशल मीडिया के माध्यम से ही एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते हुए नजर आएं.
जिला मुख्यालय सहित सपोटरा, मंडरायल, हिण्डौन, टोडाभीम, बालघाट क्षेत्र में माहे रमजान में एक माह तक इबादत और रोजे रखने के बाद रोजेदारों के इनाम का दिन ईद-उल-फितर शुक्रवार को घरों में सादगीपूर्ण माहौल में अकीदत से ईद मनाई गई.
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बता दें कि शुक्रवार सुबह मोरडा गांव में 300 वर्ष पुरानी ईदगाह में केवल 5 लोगों ने ही नमाज अदा की. जहां आज ईदगाह परिसर कोरोना संकट के चलते सूना नजर आया. मुस्लिम बंधुओं ने लॉकडाउन की पालना करते हुए घरों में रहते हुए नमाज पढ़ी.
कोरोना की भेंट चढ़ा ईद उल फितर हालांकि पुलिस जाब्ता भी मौजूद रहा. थाना प्रभारी ईशवर सिंह गुर्जर, एएसआई नरेंद्र सिंह मुस्लिम बहुल इलाकों में जाकर समुदाय के बंधुओं को ईद की मुबारकबाद देने के साथ ही लॉकडाउन की पालना करने के लिए शुक्रिया अदा किया. इसी तरह बालघाट जामा मस्जिद में मुस्लिम बंधुओं को पूरे रमजान माह के दौरान पुलिस का सहयोग करने और घरों में रहते हुए पर्व मनाए जाने को लेकर आभार व्यक्त किया. उनके साथ अन्य कई पुलिस अधिकारी भी रहे.