करौली.जिले मे प्राचीन काल से चली आ रही परपरां के तहत पंतगबाजी शनिवार को अपने परवान पर चढी. सुबह से ही युवा, बच्चे, नौजवानों की टोलीया पतंग, मांझे, डोर लेकर घरों की छतों पर चढ़ गए. वही सभी लोग पंतग बाजी का लुफ्त उठाते हुए नजर आये.
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सुबह से शुरु हुआ पंतगबाजी का दौर जो देर शाम तक जारी रहा. चारो तरफ सिर्फ वो काटा-वो मारा का शोर सुनने का मिला. पंतगबाजो ने पंतग उडाने के लिए एक दिन पहले खरीददारी शुरू कर दी थी. पंतगबाजी के शौकीन लोगों ने छतों पर डी.जे. और डेग मशीन तक की व्यवस्था की थी.