करौली. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बुधवार को भूमि पूजन होगा. भूमि पूजन के लिए पूरे देश से धार्मिक स्थलों की मिट्टी और पवित्र नदियों का पानी अयोध्या मंगाया गया है. ऐसे में पूर्वी राजस्थान के करौली में स्थित प्रसिद्ध मदनमोहन जी मंदिर और आस्थाधाम कैलादेवी मंदिर सहित प्रमुख नदियों से भी राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट ने पावन मिट्टी और जल को मंगवाया है.
करौली के धार्मिक स्थल की मिट्टी अयोध्या भेजी गई करौली के प्रमुख धार्मिक स्थलों की मिट्टी और नदियों का जल लेकर गए हिंदू सेना के प्रदेश अध्यक्ष साहब सिंह गुर्जर और पदाधिकारियों ने ईटीवी भारत से बातचीत की. जिसमें उन्होंने बताया कि श्रीराम मंदिर की भूमि पूजन के लिए करौली के प्रमुख तीर्थ स्थलों से मिट्टी लेकर अपनी टीम के साथ राम जन्मभूमि स्थल पर जाना सबसे बड़ा सौभाग्य है. उन्होंने कहा कि अब नरेंद्र मोदी व यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने पर हिंदूवादी संगठनों को यह आस जगी थी. अब श्रीराम का मंदिर का निर्माण निश्चित हो गया है.
1500 ऐतिहासिक स्थानों की मिट्टी और 2000 स्थानों से मंगवाया गया है पवित्र जल
अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन के लिए अनुष्ठान शुरू हो गया है. बुधवार को भूमिपूजन कार्यक्रम के लिए देश के 1500 पवित्र और ऐतिहासिक स्थानों की मिट्टी मंगाई गई है. इसके साथ ही 2000 स्थानों से पवित्र जल भी मंगाया गया है. मिट्टी और जल को फिलहाल श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कार्यालय में रखा गया है.
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जानकारी के मुताबिक कैलादेवी आस्थाधाम, मदनमोहन जी मंदिर, वैष्णो देवी मंदिर, हल्दी घाटी, चितौड़गढ़, स्वर्ण मंदिर, नाना साहब, पेशवा के किले, रायगढ़ के किले, सभी ज्योतिर्लिंगों के प्रांगण समेत 1500 स्थानों से मिट्टी मंगाई गई है. इसके अलावा गंगा, यमुना, शतलुज, गोदावरी, रावी, झेलम समेत 100 नदियों का जल मंगाया गया है. साथ ही करीब 2000 कुंड का भी जल मंगवाया गया है.
मंदिर निर्माण को लेकर पूरे करौली में उत्साह
इस मौके पर शहरवासियों ने बताया कि 5 अगस्त की तिथि ऐतिहासिक दिनों में गिनी जाएगी. हम ऐसी नगरी के रहने वाले हैं, जहां के ठाकुरजी की रज भगवान राजाराम के चरणों में अयोध्या तक पहुंची है. लोगों ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए हमारी न जाने कितनी पीढ़ियां मंदिर निर्माण की आस को लेकर भगवान के धाम में चले गए कि राम मंदिर कब बनेगा? ऐसे में हिंदुओं के लिए यह गर्व की बात होगी.
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करौली में मनाया जाएगा दीपोत्सव
वहीं शहर के लोगों का कहना है कि बुधवार को रामलला के मंदिर के निर्माण के उपलक्ष्य में कई जगहों पर धार्मिक अनुष्ठान सहित रामायण का पाठ का भी आयोजन करवाया जा रहा है. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला मंदिर की नींव रखेंगे वो क्षण हमारे लिए दीपावली से कम नहीं होगा. सभी ने निर्णय लिया है कि जब मंदिर की नींव रखी जाएगी. उस समय करौली शहर में उत्सव मनाया जाएगा और घर-घर दीप दान किया जाएगा.