करौली. राजकीय कॉलेज में मंगलवार को विद्यार्थियों ने जमकर हंगामा किया. छात्र फीस वसूली का विरोध कर रहे थे. छात्रों का कहना है कि करौली राजकीय महाविद्यालय में विद्यार्थियों से पिछले वर्ष की प्रायोगिक परीक्षा और विकास शुल्क के नाम पर फीस ली जा रही है.
विद्यार्थियों ने महाविद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया और प्राचार्य ज्ञानेश्वर मीणा को ज्ञापन सौंपा अनावश्यक फीस वसूलने पर रोक लगाने की मांग की है. छात्रों का कहना है कि प्रथम वर्ष एवं द्वितीय वर्ष प्रमोट हो चुके विद्यार्थियों से अनावश्यक रूप से प्रायोगिक परीक्षा के नाम पर बेवजह शुल्क लेकर अंकतालिका देने के नाम पर विज्ञान संकाय के छात्रों से 1050 एवं कला वर्ग के विद्यार्थियों से 350 रुपये रूपए वसूले जा रहे हैं.
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इस प्रकार विद्यालय शुल्क के नाम पर 150 रूपए वसूल किए जा रहे हैं. जबकि 2019-20 में महाविद्यालय की ओर से कोई भी प्रायोगिक कार्य नहीं करवाया गया. इस कोरोना जैसी महामारी में देखते हुए विद्यार्थियों के अभिभावक आर्थिक दौर से गुजर रहे हैं. ऐसे में महाविद्यालय प्रशासन बेवजह अनावश्यक शुल्क वसूल कर रहा है. मांग को लेकर राजकीय महाविद्यालय में प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
विधार्थियों ने चेतावनी दी की अगर मांग नहीं मानी गई तो 3 दिन बाद कॉलेज का गेट बंद कर प्रदर्शन किया जायेगा. छात्रनेता धर्म मीणा ने बताया कि ऐसा कोई भी आदेश नही है यूनिवर्सिटी से कि फीस वसूल की जाए. इस दौरान छात्रनेता कृष्णा गुलपारिया, संतराम कसारा, राजेश तरोली, सचिन शर्मा, सहित काफी छात्र मौजूद रहे.