करौली.राजस्थान सरकार ने कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए हर संभव प्रयास करते हुए लोगों की जान बचाने में जुटी हुई है. इसी क्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पिछले दिनों राजस्थान में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए लॉकडाउन लगाने का फैसला लेना पड़ा था ताकि कोरोना संक्रमण की चेन टूट सके और लोगों को कोरोना महामारी से निजात मिल सके. सरकार की ओर से लगाए गए लॉकडाउन की शुरुआत सोमवार से हो गई. लेकिन जिले के उपखंड मुख्यालय सपोटरा पर कोरोना लॉकडाउन की सख्ती से पालना करवाने के दावे पहले ही दिन खोखले नजर आए.
बता दें कि 2 दिन के वीकेंड लॉकडाउन के बाद खुले बाजार में खरीदारी करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंचे लोग कोरोना गाइडलाइन की पालना के प्रति लापरवाह नजर आए और बाजार में आम दिनों की तरह लोग अपने वाहनों के साथ खरीदारी करने पहुंचे. जिसके कारण बाजार में वाहनों के पहियों की रफ्तार थमती हुई नजर नहीं आई. लोग कोरोना गाइडलाइन के प्रति लापरवाह होते हुए भीड में नजर आए.
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हालांकि, सपोटरा थाना अधिकारी के निर्देशन पर मोड़ तिराहे सहित बाजार में होमगार्ड के जवानों की तैनाती की गई थी और लॉकडाउन की पालना करवाने के प्रति होमगार्ड भी काफी प्रयास करते हुए नजर आए. लेकिन अनेक बार लोगों के द्वारा होमगार्डों से उलझने की तस्वीर भी देखने को मिली. जब पुलिस अधिकारियों को लापरवाही की सूचना मिली तो थाने से पुलिस जवानों का जाब्ता बाजार में भेजा. पुलिस जवानों ने भीड़ को खदेड़ना शुरू किया तो बाजार में हड़कंप मच गया. लेकिन इसके बावजूद भी दुपहिया वाहन चालकों के साथ चोपहिया वाहन चालक दिनभर लापरवाही पूर्वक अपने वाहनों को दौड़ाते हुए नजर आए.