करौली.केंद्र और राज्य सरकार की ओर से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने, महिलाओं को आर्थिक रूप से संबल प्रदान करने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए सरकार बड़ी-बड़ी योजनाएं संचालित करती है. उन योजनाओं का कार्य स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से करवाती है.
करौली में संचालित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों को पोषाहार वितरण करने के बदले का भुगतान पिछले दो साल से नहीं मिलने के कारण महिलाएं दर-दर की ठोकरें खा रहीं हैं. महिलाओं की पुकार कोई नहीं सुन रहा है. ऐसे में समूह की महिलाएं करौली पहुंची और प्रभारी मंत्री अशोक चांदना को ज्ञापन सौंपा. साथ ही बकाया भुगतान दिलवाने की मांग की. नहीं तो परिवार सहित आत्महत्या की चेतावनी दी है. वहीं मंत्री ने मुख्यमंत्री से बात कर शीघ्र समस्या समाधान करने का आश्वासन दिया.
दरअसल, करौली में संचालित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को पिछले दो साल से उनका भुगतान नहीं मिलने से निराश और हताश महिलाएं जिले के दौरे पर पहुंचे प्रभारी मंत्री अशोक चांदना से अपना दर्द बयां किया. महिलाओं ने कहा, हमें साल 2018 से 2020 तक का वेतन न तो आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और न ही सरकार की ओर से हमें दिया गया है. हम बीते दो साल से दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, लेकिन कोई हमारी नहीं सुनता.