करौली. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण देशभर में लॉकडाउन है. इस दौरान अधिकांश दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद है. जिसके चलते कई लोगों को आवश्यक सामग्री के लिए जूझना पड़ रहा है. खाद्य पदार्थों के साथ-साथ महिलाओं को सेनेटरी पैड के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. मुश्किल की इस घड़ी में करौली पंचायत समिति की विकास अधिकारी नीरज शर्मा ने महिलाओं की पीड़ा समझते हुए चिकित्सा विभाग और शिक्षा विभाग के सहयोग से स्त्री स्वाभिमान अभियान चलाया.
इस अभियान में दुर्गम डांग इलाकों में रहने वाली झुग्गी झोपड़ी की महिलाओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है. साथ ही गरीब जरूरतमंद महिलाओं को निःशुल्क सेनिटरी नैपकिन उपलब्ध करवाई जा रही है. विकास अधिकारी नीरज शर्मा ने बताया, कि महिलाओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से स्त्री स्वाभिमान अभियान कार्यक्रम चलाया जा रहा है. जिसमें लॉकडाउन के दौरान करौली ब्लॉक के डांग इलाकों सहित झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाली गरीब जरूरतमंद महिलाओं को सेनेटरी नेपकिन मुफ्त में बांटे जा रहे हैं.
इस अभियान में चिकित्सा और शिक्षा विभाग और अन्य लोगों के सहयोग से सेनिटरी नैपकिन पैकेट खरीदकर इन महिलाओं को उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. इस अभियान में महिला बाल विकास अधिकारी राजेश्वरी मित्तल सहित अन्य महिलाओं की टीम की मदद से अलग-अलग गांवों में जाकर महिलाओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है. साथ ही उनको इस महामारी के दौरान कैसे बचाव हो इसके लिए भी प्रेरित किया जा रहा है.
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नीरज शर्मा ने कहा, कि मैंने महसूस किया कि लॉकडाउन के दौरान डांग इलाकों में रहने वाली महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन खरीदने में परेशानी आ रही होगी. वहीं, शहर से दूर रहने के कारण यहां की महिलाओं को मजबूरन पुराने असुरक्षित साधनों का इस्तेमाल करना पड़ रहा था. हम नहीं चाहते कि वे महामारी के दौरान सेनेटरी पैड की जगह इन्फेक्शन करने वाले गंदे कपड़े का इस्तेमाल करें. इसी उद्देश्य के साथ यह अभियान शुरू किया गया है.