करौली.गुर्जर आरक्षण आंदोलन के चलते जिले में रोडवेज बसों के पहिऐ थम गए हैं. करौली के हिंडौन आगार से संचालित करीब 70 बसों का संचालन बंद किया गया है. इससे जहां एक ओर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं रोडवेड को भी नुकसान हो रहा है.
गौरतलब है कि एमबीसी आरक्षण में आ रही रुकावट सहित विभिन्न मांगों को लेकर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला द्वारा रविवार से बयाना तहसील क्षेत्र के पीलूपुरा गांव में रेल की पटरियों पर बैठकर आंदोलन किया जा रहा है. वहीं, राजस्थान भर में चक्काजाम का ऐलान किया गया है. इसके मद्देनजर रोडवेज प्रशासन ने एहतियात बतौर रोडवेज बसों का संचालन रोक दिया है, जिससे जिले से विभिन्न स्थानों पर जाने वाली रोडवेज बस बंद पड़ी हुई है. यात्रियों को परेशानी का सामना करना ही पड़ रहा है. साथ ही रोडवेज प्रशासन को भी अब तक 30 लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा है.
इन मार्गों पर रोका गया संचालन...
गुर्जर आंदोलन के मद्देनजर करौली रोडवेज बस स्टैंड और हिण्डौन डिपो से संचालित होने वाली 70 बसों का संचालन रोका गया है. करौली में एक नवंबर से ही रोडवेज प्रशासन ने रोडवेज बसों का विभिन्न मार्गों पर संचालन रोक दिया था. विशेष रूप से करौली से हिण्डौन सिटी, जयपुर, अलवर, बयाना, धौलपुर, भरतपुर और दिल्ली मार्गों पर रोडवेज बसों का संचालन बंद कर दिया गया था. बसों में तोडफोड़ और आगजनी की घटना से सुरक्षा के मद्देनजर वही कुछ बसों को करौली के केंद्रीय रोडवेज बस स्टैंड पर खड़ा किया था, जबकि अन्य सभी बसें हिंडौन सिटी के रोडवेज आगार में खड़ा कर दिया गया.
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यात्रियों की सुविधा के लिए चलाई गई बसें...
रोडवेज डिपो के प्रबंधक संचालन यातायात भाईराम गुर्जर ने बताया कि सड़क मार्ग पर किसी तरह की बाधा नहीं होने और यात्रियों की सुविधा को देखते हुए गुरुवार को 70 बसो में से 10 बसों का संचालन शुरू किया गया है. उन्होंने बताया की दो बस गंगापुर मार्ग, एक बस अलवर मार्ग, पांच बस जयपुर मार्ग और दो बसों को करौली हिण्डौन मार्ग पर चलाया गया है. उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे यात्री भार मिलेगा, वैसे-वैसे और बसों का संचालन भी शुरू कर दिया जाएगा.