करौली. जिले के सपोटरा उपखंड अन्तर्गत नारायणपुर टटवाड़ा रेलवे स्टेशन इन दिनों पूरी तरह बंद है. ट्रेनों का ठहराव बन्द है. जिससे यात्रियों को तो परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही डग्गेमार जीप चालकों की रोजी रोटी पर संकट आ गया है.
दरअसल, कोरोना वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए सरकार की ओर से ट्रेन बंद कर दी गई थी. जिससे दिल्ली-मुम्बई बड़ी रेलमार्ग के नारायणपुर टटवाड़ा रेलवे स्टेशन कोरोना काल में पूरी तरह बंद पड़ा है. ट्रेनों की आवाजाही बंद होने से जहां एक ओर रेलवे कर्मियों को ठाले बैठे रहना पड़ता है. वहीं ट्रेनों का आवागमन नहीं होने से यात्रियों की आवाजाही बंद है और रेलवे प्लेटफार्म सूना पड़ा रहता है.
जानकारी के अनुसार नारायणपुर रेलवे स्टेशन के दिल्ली-मुम्बई ट्रैक से प्रतिदिन करीब दर्जनभर पैसेंजर ट्रेनों की आवाजाही रहती थी. उक्त ट्रेनों में औसतन सैकड़ों यात्री यात्रा करते थे, लेकिन कोरोना काल में ट्रेनों के बंद रहने से ना तो यात्रियों की आवक है. रेलवे स्टेशन के बाहर लगी दुकानों पर भी चहल-पहल नहीं है. रुपए-पैसे खर्च करने में समर्थ लोगों के लिए कई ट्रेन दौड़ रही हैं, जो रिजर्वेशन कराकर यात्रा कर रहे हैं.
दूसरी ओर लॉकडाउन से पूर्व जनरल टिकट से रोजाना औसतन 600 से अधिक यात्री ट्रेनों में सफर करते थे, जिनकी सुविधा के लिए अब एक भी ट्रेन नहीं है. मार्च से लगाएल गए लॉकडाउन के बाद अब दिसंबर माह चल रहा है, लेकिन इन 10 माह के पीरियड में आम यात्रियों की सुविधा की दृष्टि से कोई ट्रेन नहीं चलाई गई. ऐसे में जनरल टिकट से यात्रा करने वाले आम यात्रियों को शटल ट्रेन चलाने का बेसब्री से इंतजार है.