राजसमंद. लोकसभा सीट राजसमंद पर भी कांग्रेस इस बार जीत में असफल साबित हुई. तो दूसरी तरफ निवर्तमान सांसद दीया कुमारी ने रिकॉर्ड तोड़ मतों से जीत दर्ज की. देखा जाए तो 2008 के परिसीमन के बाद बनी राजसमंद लोकसभा सीट पर यह तीसरा लोकसभा चुनाव था. जिस पर दीया कुमारी ने कांग्रेस प्रत्याशी देवकीनंदन गुर्जर को करीब 5 लाख 51 हजार 916 मतों से हराया.
भाजपा की प्रत्याशी दीया कुमारी की रिकॉर्ड जीत
राजसमंद लोकसभा क्षेत्र 4 जिलों की 8 विधानसभाओं में फैला हुआ है. लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी 8 विधानसभाओं में से एक भी विधानसभा पर बढ़त नहीं बना पाए. परिसीमन के बाद दीया कुमारी की राजसमंद लोकसभा सीट से सबसे बड़ी जीत हुई है. वहीं देखा जाए तो 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के गोपाल शेखावत ने भाजपा की रासा सिंह रावत को करीब 96,000 मतों से जीत दर्ज की थी. 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के हरिओम सिंह राठौड़ ने कांग्रेस के गोपाल सिंह शेखावत को करीब तीन लाख 95 हजार 705 मतों से हराया था. लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में निवर्तमान सांसद दीया कुमारी ने पिछले दोनों ही लोकसभा चुनाव के जीत के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए इस बार 5 लाख 51 हजार 916 मतों से जीत दर्ज की. दीया कुमारी को करीब 70 फीसदी वोट मिले.
नोटा को मिले 12 हजार 671 वोट
वहीं राजसमंद संसदीय क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों पर कुल 12 हजार 671 मतदाताओं ने नोटा का उपयोग किया. जिसमें ब्यावर विधानसभा में 1,168 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया. मेड़ता विधानसभा में 1,326 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया. डेगाना विधानसभा में 1,279 लोगों ने नाटो का प्रयोग किया. वहीं इसके अलावा जैतारण विधानसभा में 1,921 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया. भीम विधानसभा में 1,596 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया. कुंभलगढ़ विधानसभा में 1,857 लोगों ने नोटा दबाया. राजसमंद विधानसभा में 1,644 लोगों ने नोटा का सोटा चलाया. नाथद्वारा विधानसभा में 1,850 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया. वहीं पोस्टल बैलेट में 30 लोगों ने नोटा को दिया.