करौली.टोडाभीम विधायक पृथ्वीराज मीणा ने पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. इसको लेकर विधायक ने सीएम गहलोत को पत्र लिखकर उन्हें जिले से हटाने की मांग की है. हालांकि, करौली विधायक और करौली-धौलपुर सांसद ने पुलिस अधीक्षक पर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज किया है.
करौली विधायक लाखन सिंह और रमेश चन्द्र मीना और करौली-धौलपुर सासंद डॉ. मनोज राजोरिया ने कहा कि हमें कभी भी जनता ने शिकायत नहीं की. ना ही हमारे सामने ऐसा कोई प्रकरण आया है. उन्होंने कहा कि जब भी पुलिस अधीक्षक को किसी काम के लिए बोला, उस पर तुरंत एक्शन हुआ है. जिले के अन्य जनप्रतिनिधि पुलिस अधीक्षक की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नजर आए. विधायक लाखन सिंह ने आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है. पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने टोडाभीम विधायक पृथ्वीराज मीणा के आरोपों को बेबुनियाद और निराधार बताया है.
विधायक पृथ्वीराज मीणा ने सीएम अशोक गहलोत को लिखे पत्र में बताया है कि करौली पुलिस अधीक्षक का कार्य और व्यवहार आमजन के प्रतिकूल है. पुलिस अधीक्षक करौली का व्यवहार गैर जिम्मेदाराना है, जो कि लोकतंत्र में ठीक नहीं है. पुलिस अधीक्षक करौली के संरक्षण में जिले में भारी भ्रष्टाचार पनप रहा है. इनके आने के बाद से जिले के सभी थानों से मासिक बंदी और बजरी निकासी पर भारी रुपए लेकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है, जो कि पहले बंद हो चुका था. करौली जिले की स्थापना से अब तक ऐसा भ्रष्ट अधिकारी जिले में नहीं आया है. विधायक पृथ्वीराज मीणा ने सीएम अशोक गहलोत को लिखें पत्र में मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए पुलिस अधीक्षक करौली को तुरंत अपने पद से हटाकर किसी अन्य अधिकारी को जिले में पुलिस अधीक्षक लगाने की मांग की है.