करौली. जिले के मंडरायल किले पर मंगलवार को नाबालिग बालिका की हत्या के करीब 60 घंटे के बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया (Minor girl funeral took place after 60 hours). इस दौरान पुलिस प्रशासन के अधिकारी सहित पुलिस का जाप्ता मौके पर मौजूद रहा.
दरअसल मंगलवार को घर से ट्यूशन के लिए निकली नाबालिग का अज्ञात बदमाशों ने मंडल के किले पर हत्या कर शव को फेंक दिया था. जिसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर परिजन और भाजपा नेता धरने पर बैठ गए थे. दो दिन तक चले धरना प्रदर्शन पर जैसे तैसे पुलिस प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच सहमती बन गई और धरना समाप्त करने की घोषणा भी कर दी गई.
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परिजनों ने दोबारा शव के पोस्टमार्टम की मांग की: लेकिन गुरूवार शाम को बनी सहमति के बाद परिजन ने शव को नहीं लिया और धरना स्थल से चले गए थे. शुक्रवार को पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने परिजनो को तलाश कर फिर से समझाइश की. इसके बाद परिजन दुबारा से शव का पोस्टमार्टम करवाने की मांग पर अड़ गए. जिसके बाद प्रशासन के अधिकारियों ने दोबारा से मेडिकल टीम द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाया. परिजनों का कहना था कि बालिका के साथ दुष्कर्म हुआ या नहीं इसलिए दोबारा से पोस्टमार्टम की मांग की गई.
शव का दोबारा पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया: दोबारा से पोस्टमार्टम करने के बाद बालिका का शव परिजनों को सौंप दिया. जिसके बाद संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह इन्दौलिया की मौजूदगी में भारी पुलिस जाप्ते के साथ में शव को श्मशान घाट ले जाया गया. जहां हिन्दू रिती रिवाज से शव का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली. जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने बताया कि नाबालिग बालिका की हत्या के बाद परिजनों ने रि-पोस्टमार्टम की मांग की थी. जिसके बाद परिजनों की मांगों को मानते हुए भरतपुर से चिकित्सीय टीम को बुलाया गया. शुक्रवार को बालिका के शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया. पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में बालिका का अंतिम संस्कार की कार्रवाई की गई.