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कोरोना संकट के बीच घरों में सादगीपूर्ण मनाई गई भगवान परशुराम जयंती - सादगीपूर्ण मनाई गई भगवान परशुराम जयंती

करौली जिले में शुक्रवार को भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम भगवान की जयंती लोगों ने कोरोना संकट के बीच घरों में रहकर सादगी के साथ मनाई. इस दौरान भगवान परशुराम की पूजा अर्चना कर देश और प्रदेश को कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की गई.

सादगीपूर्ण मनाई गई भगवान परशुराम जयंती, Lord Parashuram Jayanti celebrated with simplicity
सादगीपूर्ण मनाई गई भगवान परशुराम जयंती

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Published : May 14, 2021, 1:59 PM IST

करौली. जिले में शुक्रवार को भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम भगवान की जयंती लोगों ने कोरोना संकट के बीच घरों में रहकर सादगी के साथ मनाई. इस दौरान भगवान परशुराम की पूजा अर्चना कर देश और प्रदेश को कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की गई.

बता दें कि भगवान परशुराम के प्राकट्योत्सव के शुभदिन अक्षय तृतीया को ब्राह्मण सभा भवन करौली में भगवान परशुराम जी की पूजा अर्चना की गई. विप्र फाउंडेशन राजस्थान जोन-1D के प्रदेश अध्यक्ष वेदप्रकाश उपाध्याय के नेतृत्व में संगठन महामंत्री शान्तनु पाराशर, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य महेश उपाध्याय ने भगवान परशुराम का दुग्धाभिषेक किया. साथ ही पंचामृत, पुष्प और पोशाक पहनाई. बाद में भगवान की आरती करके "सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामया:" का मंत्रोचारण करके भगवान परशुराम से कोरोना की समाप्ति और सम्पूर्ण सृष्टि को खुशहाल बनाने की प्रार्थना की गई.

प्रदेश संगठन महामंत्री शान्तनु पाराशर ने बताया कि भगवान परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं. संकट मोचक हैं. आज ब्राह्मण समाज के लोग ही नहीं बल्कि सर्वसमाज के लोग भगवान परशुराम की पूजा अर्चना कर रहे हैं. शाम को दीपदान करेंगे. पृथ्वी पर सभी जाति और धर्म के लोग सुखी रहें, प्रसन्न रहें, ऐसी भगवान परशुराम जी से उनके जन्मोत्सव पर प्रार्थना है.

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पंडित सुशील शर्मा और पंडित सुरेन्द्र कुमार शर्मा जी ने मंत्रोच्चार किया. पूजा अर्चना में पवन पाराशर, यश चतुर्वेदी, पण्डित सुरेन्द्र कुमार शर्मा, यश जैन, एडवोकेट नितिन शर्मा उपस्थित रहे. गौरतलब है कि अक्षय तृतीया के अवसर पर प्रतिवर्ष भगवान परशुराम की जयंती धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है. इसी के साथ जिलेभर में सामूहिक विवाह सम्मेलन सहित भगवान परशुराम की रथ यात्रा और झांकी यात्रा भी निकाली जाती है, लेकिन विगत 2 वर्षों से कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते भगवान परशुराम की जयंती लोगों ने घरों में रहकर ही सादगी के साथ भगवान परशुराम की पूजा अर्चना कर जंयती मनाई जा रही है.

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