करौली. देखा जाए तो पहले ही दिन हेलमेट को लेकर जिले में मिलाजुला असर देखने को मिला है. हेलमेट नहीं पहनने पर कई चालकों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है. जिले में दुपहिया वाहन चालकों की सड़क दुर्घटना में हो रही मौतों को गंभीरता से लेते हुए करौली एसपी प्रीति चंद्रा ने हेलमेट पहने की पहल लागू की है. दुर्घटना के संभावित स्थलों को चिन्हित कर संकेतक बोर्ड भी लगाए गए हैं. घनी आबादी वाले क्षेत्रों में स्पीड ब्रेकर लगाने के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग को भी पत्र लिखा गया.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में एसपी प्रीति चंद्रा ने बताया कि करौली में हो रही दो पहिया वाहन चालकों की सड़क दुर्घटना में मौत को गंभीरता से लेते हुए संपूर्ण जिले में दुपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनना अनिवार्य किया है. घनी आबादी वाले क्षेत्रों में स्पीड ब्रेकर लगाए जाने के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग को भी पत्र लिखा गया है. जिला पुलिस द्वारा वाहन चालकों को समय-समय पर शराब पीकर, तेज गति व लापरवाही से वाहन चलाने, यातायात नियमों का पालन करने,दुपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने के संबंध में जांच की जाती रही है. फिर भी दुपहिया वाहन चालक हेलमेट नहीं पहनते हैं. दुर्घटना होने पर अपनी जान गंवा बैठते हैं. जिले के डीएसपी, थाना अधिकारी, यातायात प्रभारी से जिले में दुपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनना अनिवार्य किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. अगर दुपहिया वाहन चालक बिना हेलमेट के पाए जाते हैं तो उन्हे मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. साथ ही जुर्माना राशि वसूलने के निर्देश दिए गए हैं. एसपी ने बताया कि अभी चुनावी समय चल रहा है इसलिए वीआईपी विजिट हो रही है. चुनावों से फ्री होने के बाद हेलमेट पहनने के लिए लोगों से समझाइश की जाएगी.आपको बता दें कि करौली जिले में आए दिन दुपहिया वाहन चालकों की दुर्घटना में मौत हो रही है और उसका सबसे बड़ा कारण हेलमेट नहीं पहनना भी है. जिसे लेकर करौली पुलिस प्रशासन सतर्क नजर आ रहा है. हालांकि इससे पहले भी करौली एसपी रही विनीता ठाकुर और एसपी अनिल कयाल ने करौली में हेलमेट पहनना अनिवार्य किया था लेकिन उनके तबादले होने के बाद हेलमेट पहनने का यहा पर ज्यादा असर देखने को नही मिला. अब देखना यह होगा की करौली एसपी प्रीति चंद्रा की पहल कितना जादू दिखाती है.