जयपुर. करौली हिंसा मामले में जयपुर महापौर सौम्या गुर्जर के पति राजाराम के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है. इसे भाजपा पूरी तरह से राजनीतिक षड्यंत्र बता रही है, लेकिन जिस राजाराम गुर्जर को पुलिस ढूंढ (police in search of Rajaram gurjar) रही है उससे राजस्थान कांग्रेस कमेटी की ओर से बनाई गई जांच टीम के सदस्य रफीक खान फोन पर बातचीत कर रहे हैं. यहां तक कि उसका टेलिफोनिक स्टेटमेंट भी ले लिया है जिसका जिक्र करौली हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री को दी गई रिपोर्ट में भी किया है.
रफीक खान ने कहा कि 'मैंने खुद जयपुर महापौर सौम्या गुर्जर से बात करके उनके पति राजा राम से बात करवाने के लिए कहा था, जिसके बाद राजाराम गुर्जर का मेरे पास फोन आया था और मैंने उनका वक्तव्य भी लिया है'. रफीक खान ने कहा कि उनकी राजाराम से करीब आधे घंटे तक बात हुई और उनसे कहा है कि अगर कोई निर्दोष है तो उसे बेवजह नहीं फंसाया जाएगा. चाहे राजाराम हो या कोई ओर, लेकिन अगर गलती होगी तो सजा जरूर मिलेगी.
प्रशासन की रही गलती, उनकी भी होगी जवाबदेही तयः भारतीय जनता पार्टी करौली में हुई हिंसा मामले में एक पक्ष की गलती बता रही है तो कांग्रेस दोनों पक्षों के साथ ही पुलिस प्रशासन की भी गलती मान रही है. कमेटी के सदस्य रफीक खान ने कहा कि प्रशासन ने जो परमिशन दी उसमें कुछ गलतियां रहीं और रूट भी गलत तय किया गया. जबकि यह जुलूस काफी सालों से नहीं निकल रहा था. उन्होंने कहा कि जुलूस में कुछ लोगों ने हथियार हाथ में लेकर आपत्तिजनक नारे लगाए जिसके चलते कुछ लोगों ने यहां पत्थरबाजी की. हालांकि पुलिस ने कंट्रोल करने का प्रयास किया लेकिन पुलिस फोर्स पर्याप्त नहीं थी. इसके चलते बड़े पैमाने पर आगजनी हुई.