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Karauli violence case: धरने पर बैठे किरोड़ीलाल मीणा को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 2 घंटे बाद छोड़ा

करौली हिंसा मामले में शहर में आठवें दिन भी कर्फ्यू जारी रहा. इसी बीच उपद्रव फैलाने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शनिवार को राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा कलेक्ट्रेट के सामने धरने (MP Kirodi lal Meena on protest) पर बैठ गए. इसके बाद पुलिस ने सांसद को गिरफ्तार कर लिया और दो घंटे बाद छोड़ दिया. फिलहाल, शहर में कर्फ्यू और नेटबंदी जारी है.

Karauli violence case
धरने पर बैठे सांसद किरोड़ीलाल मीणा

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Published : Apr 9, 2022, 5:54 PM IST

Updated : Apr 9, 2022, 6:42 PM IST

करौली.नव संवत्सर के मौके पर करौली में शोभा यात्रा और रैली पर हुए पथराव और हिंसा के मामले (Karauli violence case) में सियासत जारी है. मामले में मुख्य साजिशकर्ता मतलूफ अहमद सहित उपद्रव फैलाने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शनिवार को राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा कलेक्ट्रेट के सामने धरने (MP Kirodi lal Meena on protest) पर बैठ गए. इस दौरान जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने अधिकारियों से समझाइश की, लेकिन सांसद अपनी प्रमुख मांगें पूरी होने के बाद ही धरना समाप्त करने की बात कही.

इसके बाद पुलिस ने किरोड़ी लाल मीणा सहित भाजपा नेता कैलाश शर्मा को हिरासत में लिया और सदर थाना ले गए. इसके बाद वहां उनको गिरफ्तार कर लिया और करीब दो घंटे के बाद उनको छोड़ दिया गया. सांसद किरोड़ी लाल मीणा (MP Kirodi lal Meena on Congress) ने छूटने बाद कहा कि मैंने भारत माता, वंदे मातरम और जय श्री राम के नारे लगाए थे और उस मामले में पुलिस अधिकारियों ने हिरासत में लेते हुए धारा 129 के तहत गिरफ्तार किया. करीब दो घंटे मुझे थाना में बैठाया गया और साइन कराकर छोड़ दिया.

सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने कांग्रेस पर साधा निशाना

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सांसद किरोड़ी लाल की प्रमुख मांगें: सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. उन्होंने प्रशासन पर सरकार के दबाव में एक पक्ष पर कारवाई करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि शहर से 195 लोग पलायन कर चुके हैं और भी कई लोग पलायन को मजबूर हैं. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार लोगों के पलायन को रोके और भयमुक्त करे. मीणा ने कहा कि पुलिस दबाव में आकर निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर रही है और दोषी लोगों को गिरफ्तार नहीं कर रही है. उन्होंने हिंसा के मुख्य आरोपी मतलूफ अहमद को गिरफ्तार करने की मांग की. साथ ही सरकार की ओर से जो बहुसंख्यक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाते हुए धार्मिक रैलियों पर प्रतिबंध लगाया गया है उस प्रतिबंध को हटाए.

बता दें, शहर में 2 अप्रैल को तनाव के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था. शनिवार को आठवें दिन भी शहर में कर्फ्यू जारी (Curfew continued in Karauli) रहा. वहीं, शनिवार को कर्फ्यू में सुबह 9 बजे से 1 बजे तक 4 घंटे की ढील रही, लेकिन इंटरनेट सेवा अभी भी ठप है. कर्फ्यू में चार घंटे की ढील से आमजन को राहत मिली है. प्रशासन ने शनिवार को सभी प्रकार की दुकानों को खोलने के आदेश जारी किए थे, लेकर वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध जारी रहा.

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नेटबंदी बरकरार:जिला प्रशासन की तरफ से इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाया गया है, जिससे लोग बेहाल नजर आए. जिले में अफवाहों का बाजार भी गर्म है. शनिवार को कर्फ्यू मे चार घंटे की ढील देने के बाद सभी प्रकार की दुकानें खुली नजर आई और लोग खरीदारी करते नजर आए. इस दौरान जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत और पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह बाजार में नजर बनाए रखा. इस दौराान चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भरतपुर संभाग के आईजी प्रसन्न कुमार खमेसरा और आईजी भरतलाल मीना बाजार मे गश्त कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.

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क्या है पूरा मामला:राजस्थान के करौली में हिंदू नववर्ष के अवसर पर निकाली जा रही रैली पर (Stone pelting on Hindu New Year rally) कुछ लोगों ने पथराव किया था. इस हिंसा में 42 लोग घायल हुए थे. माहौल बिगड़ते देख भारी पुलिस बल तैनात किया गया था और एहतियातन कर्फ्यू लगाया गया था. इसी मामले को लेकर पक्ष प्रतिपक्ष की ओर से एक दूसरे पर प्रहार किया जा रहा है. दोनों ओर से इसकी जांच के लिए टीम गठित की गई थी.

Last Updated : Apr 9, 2022, 6:42 PM IST

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