करौली.क्षेत्र के जंगलों में एक नाबालिग युवक को पेड़ से बांधकर पीटने का मामला सामने आया है. वहीं वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. ऐसे में पुलिस ने इस संदर्भ में नाबालिग का मेडिकल कराकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार बीते दिनो सवाई माधोपुर जिले का एक निवासी प्रेम-प्रसंग के चलते युवती से मिलने जिले के नादौती थाना इलाके के एक गांव में पहुंचा. युवती को बात करते हुए ग्रामीणों ने देख लिया. इस पर नाबालिग युवक को किसी सुनसान स्थान पर ले जाकर पेड़ से बांधकर लाठी-डंडे से उसकी जमकर पिटाई कर दी.
नाबालिग को पेड़ से बांधकर पीटा... सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो में यह देखा जा सकता है कि गांव के चार-पांच लोग लड़के को पेड़ से बांधकर उसके मुंह पर कपड़ा लगाकर बेरहमी से डंडों से उसकी पिटाई कर रहे हैं. वीडियो में दो-तीन ग्रामीण बुजुर्ग लड़के को बचाने की कोशिश कर लड़के से पूछताछ कर रहे हैं. आरोपियों को संतुष्ट पूर्वक जबाब नहीं देने पर उसकी पिटाई की जा रही है. लड़का जोर-जोर से चिल्ला रहा है.
पढ़ेंः दुकान में थूकने को लेकर हुई फायरिंग में वेटर की मौत, विरोध में बाजार बंद, परिजनों ने शव लेने से किया इनकार
वहीं वायरल वीडियो के बाद पुलिस को इस मामले में जानकारी मिली, तो नाबालिग लड़के को नादौती थाने में लेकर आई. उसके बाद उसके परिजनों को इस मामले की जानकारी देकर बुलाया. बाद में नाबालिग का मेडिकल परिक्षण कराया गया. परिजनों की ओर से अभी इस मामले कोई प्राथमिकी दर्ज नही कराई गई है.
नादौती थाना प्रभारी रामखिलाड़ी मीना ने जानकारी देते कहा कि नाबालिग लड़के के परिजनों ने इस मामले में अभी कोई प्राथमिकी दर्ज नही कराई है. नाबालिग लड़के की स्थिति गंभीर होने के कारण उसका मेडिकल परिक्षण कराया है.
टोडाभीम डीएसपी झाबरमल मीना ने बताया की एक नाबालिग लड़के की पिटाई का वीडियो वायरल होने की जानकारी मिली. सूचना पर पहुंची पुलिस ने नाबालिग लड़के को थाने लेकर आए. उसके बाद उसका मेडिकल मुआयना कराया गया. परिजन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं चाहते है.
पढ़ेंः स्पेशल: भामाशाह के सहयोग से 100 साल पुराने ब्वायज स्कूल का हुआ जीर्णोद्धार...
वहीं पुलिस वीडियो की जांच कर रही है. नाबालिग लड़के को पेड़ से बांधकर पीटने का वीडियो वायरल होने के मामले मे राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांग कर सख्त कार्रवाई कराने की निर्देश दिए हैं.