करौली .पूर्वी राजस्थान के करौली जिला में स्थित प्रसिद्ध शक्तिधाम कैलादेवी के लक्खी मेले का औपचारिक शुभारंभ आज यानी रविवार से हो गया है. हालांकि श्रद्धालुओं का आगमन शनिवार से ही शुरू हो गया था. इस मेले में राज राजेश्वरी कैला माता के दर्शनों के लिये प्रतिवर्ष उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली व हरियाणा सहित कई राज्यों से लाखों की तादाद में श्रद्धालु पैदल आते हैं. रविवार को हिण्डौन करौली मार्ग पर पैदल यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हो गया. जो हाथों में विशाल पताकाएं लिए व कैला मैया के जयकारे लगाते हुए मंदिर की ओर निरंतर बढ़ रहे हैं. इससे पूरे इलाके की सड़कें व गलियां श्रद्धालुओं व कैला मैया के जयकारे से गुंजायमान है.
पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए शहर के सामाजिक संगठनों ने दर्जनों निशुल्क भंडारे, ठहराव स्थल व चिकित्सा शिविर भी जगह जगह लगाये हैं. जिनमें को भक्तों को सेवाएं निशुल्क मुहैया करायी जा रही है. वही हिण्डौन रेलवे स्टेशन पर राजस्थान रोडवेज की ओर से कैला देवी मंदिर आवागमन के लिए रोड़वेज बसों का संचालन शुरू किया गया है. इसके लिए राजस्थान के अधिकांश आगारों से अतिरिक्त बसें मंगवाई गयी हैं.
क्या सब है व्यवस्था
कैला मैया के प्रति आस्था और विश्वास से सराबोर श्रद्धालुओं में बुजुर्ग, महिला, पुरुष व बच्चे भी पैदल चलकर आ रहे है. राजस्थान के विभिन्न आगारों की करीब 600 अतिरिक्त बसों को इन रूटों पर संचालित किया जा रहा है. मंदिर परिसर व यात्रियों कि सुरक्षा के लिए 250 सीसीटीवी कैमरा व 1249 पुलिस जवानों की तैनाती की गई है. वही जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, कैला देवी ग्राम पंचायत व मन्दिर ट्रस्ट की ओर से भी श्रद्धालुओं के ठहरने, दर्शन व कालीसिल नदी तट सुरक्षा व्यवस्थाएं की गई. आस्थाधाम में सफाई व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए 300 से अधिक कार्मिक नियुक्त किए हैं.