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नगर निकाय चुनाव में निर्दलीयों का रहा दबदबा....करौली में कांग्रेस-भाजपा को जनता ने नकारा

करौली के हिंडौन नगर परिषद और टोडाभीम नगर पालिका के 139 वार्डों के 793 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला रविवार हुआ. करौली और हिंडौन नगर परिषद में जनता ने कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों को नकारते हुए निर्दलीयों पर भरोसा जताया. टोडाभीम नगर पालिका में कांग्रेस पार्टी का बोर्ड बनता नजर आ रहा है.

करौली में भाजपा-कांग्रेस ने की बाड़ेबंदी, BJP-Congress Enclosure in Karauli
नगर निकाय चुनाव में निर्दलीयों का रहा दबदबा

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Published : Dec 13, 2020, 8:10 PM IST

करौली. नगरीय निकाय चुनाव 2020 के तहत करौली जिले के हिंडौन नगर परिषद और टोडाभीम के 139 वार्डों के 793 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला रविवार को हुआ. करौली नगर परिषद 55 वार्डों के चुनाव में सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के 15 प्रत्याशी, भाजपा के 15 प्रत्याशी और 25 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं. करौली नगर परिषद में निर्दलीय प्रत्याशियों का दबदबा देखने को मिला है. यहां निर्दलीय अब किंगमेकर की भूमिका निभाएंगे.

नगर निकाय चुनाव में निर्दलीयों का रहा दबदबा

इसी प्रकार हिंडौन नगर परिषद चुनाव में 60 सीटों में भाजपा ने 18 सीट पर जीत दर्ज की है. कांग्रेस पार्टी ने 13 सीट पर, बसपा ने 1 सीट जीती है और निर्दलीय 28 सीटों पर चुनाव जीते हैं. टोडाभीम नगर पालिका चुनाव में 5 वार्डों में भाजपा, 14 वार्डों में कांग्रेस और 6 सीटों पर निर्दलीयों ने चुनाव जीता है. चुनाव के नतीजों के बाद करौली और हिंडौन नगर परिषद में निर्दलीय ने कांग्रेस और भाजपा का गणित बिगाड़ कर रख दिया है. वहीं टोडाभीम नगर पालिका में कांग्रेस का बोर्ड बनता हुआ नजर आ रहा है.

उप जिला निर्वाचन अधिकारी सुदर्शन सिंह तोमर ने बताया कि जिले की करौली हिंडौन और टोडाभीम नगर निकाय में रविवार को शांतिपूर्ण तरीके से मतगणना पूर्ण हुई है. करौली नगर परिषद में कांग्रेश 15 और भाजपा 15 सीटों पर जीती है. वहीं 25 सीटों पर निर्दलीय जीते हैं. हिंडौन नगर परिषद चुनाव में 60 सीटों में से भाजपा ने 18 सीट पर जीत दर्ज की है. 13 जगह पर कांग्रेस पार्टी विजयी हुई है, 28 पर निर्दलीय चुनाव जीते हैं. वहीं एक सीट पर बीएसपी चुनाव जीती है. टोडाभीम नगर पालिका में 25 सीटों में से भाजपा 5 पर, कांग्रेस 14 पर और 6 सीटों पर निर्दलीयों ने चुनाव जीता है.

करौली नगर परिषद से ये प्रत्याशी जीते

रिटर्निंग अधिकारी देवेन्द्र सिंह परमार ने बताया कि करौली नगर परिषद के 55 वार्डों के परिणाम घोषित कर दिया गए है. उन्होंने बताया कि वार्ड नं. 1 से भाजपा की हेमलता सोनी, वार्ड नं. 2 से भाजपा की अंजू, वार्ड नं. 3 से निर्दलीय मुकेश गौड, वार्ड नं. 4 से कांग्रेस के सुनील सैनी, वार्ड नं. 5 से कांग्रेस के केशव सैनी, 6 से कांग्रेस के वचन, 7 से निर्दलीय सुमनलता मीना, 8 से भाजपा की मालती कुमारी, 9 से निर्दलीय बद्री, 10 से निर्दलीय भगवान सिंह, 11 से भाजपा की काजल शर्मा, 12 से निर्दलीय लक्ष्मीबाई, 13 से निर्दलीय माधुरी, 14 से भाजपा के राजेश महावर, 15 से भाजपा के लक्ष्मण माली, 16 से निर्दलीय दुर्जन सिंह लुहानिया, वार्ड नं. 17 से निर्दलीय संजय शर्मा, 18 से कांग्रेस के रमेश चंद, 19 से निर्दलीय संजीव कुमार जैन, 20 से कांग्रेस के थानसिंह विजयी घोषित किये गये.इसी प्रकार वार्ड नं. 21 से निर्दलीय इशहाक, 22 से भाजपा के दशरथ सिंह, 23 से निर्दलीय नरेश, 24 से भाजपा के विनीत चौधरी, 25 से भाजपा की भारती बसंल, 26 से भाजपा की नीतू गुप्ता, 27 से निर्दलीय आकाश, 28 से कांग्रेस की कमलेश कुमारी, 29 से भाजपा के कुलदीप सिंह, 30 से निर्दलीय रश्मि, 31 से भाजपा के यतेन्द्र, 32 से निर्दलीय अमित, 33 से भाजपा की मिथलेश देवी, 34 से कांग्रेस की राजरानी, 35 से निर्दलीय मतलूव अहमद, वार्ड नं. 36 से निर्दलीय ईसलाम खातून, 37 से निर्दलीय निसार खातून, 38 से कांगेस के मंजूर अहमद, 39 से कांग्रेस से साहीन, 40 से निर्दलीय शबनम बानो, 41 से कांग्रेस की सगीरा खातून, 42 से निर्दलीय रिहाना खान, 43 से कांग्रेस की रशीदा, 44 से निर्दलीय दीपक शाक्यवार, 45 से कांग्रेस के उस्मान, 46 से निर्दलीय राजेन्द्र माली, 47 से कांग्रेस के राजाराम माली, 48 से निर्दलीय भौती, 49 से कांग्रेस की ललिता माली, 50 से निर्दलीय निशा शर्मा, 51 से भाजपा की पूनम, 52 से निर्दलीय अमृत, 53 से निर्दलीय उगन्ती, 54 से कांग्रेस की कमलेश बाई एवं 55 से भाजपा से रविशंकर मीना विजयी घोषित किए गए.

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भाजपा-कांग्रेस ने की बाड़ेबंदी की शुरू

चुनाव का परिणाम आने के बाद से ही भाजपा और कांग्रेस के पदाधिकारियों ने अपने-अपने खेमे के प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी शुरू कर दी है. प्रत्याशी कोई लोभ लालच में आकर पार्टी से बगावत नहीं कर दें. इसलिए चुनाव जीते ही प्रत्याशियों को पार्टियों के पदाधिकारियों ने अपने-अपने कब्जे में ले लिया है और सभापति पद के लिए गणित लगाना शुरू कर दिया है. दोनों ही पार्टी के पदाधिकारी निर्दलीयों से संपर्क में जुट गए हैं. इस बार सभापति बनाने के लिए निर्दलीय प्रत्याशियों की ही अहम भूमिका रहने वाली है.

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