करौली.लॉकडाउन में करौली के फर्नीचर व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ है. फर्नीचर व्यापारियों का व्यापार शादी-ब्याह के सीजन में अच्छा चलता है. इस बार शादी के सीजन में ही लॉकडाउन के कारण व्यापारियों का व्यापार मंदा पड़ गया है. अनलॉक 1.0 में दुकानें तो खुली हैं, लेकिन व्यापारियों को अभी भी ग्राहकों का इंतजार है.
शादियों के सीजन में सोफा, बेड, अलमारी, डाइनिंग टेबल, कुर्सी समेत फर्नीचर से जुड़ी तमाम वस्तुओं की बिक्री ज्यादा होती है. इस साल कोरोना महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन के कारण शादियां टाल दी गई. इसके चलते फर्नीचर कारोबार को काफी नुकसान हुआ है. कारोबारियों का लाखों का माल दुकान में पड़ा हुआ है. वहीं कारोबारियों को उसकी जल्दी बिक्री की उम्मीद भी नहीं है.
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व्यापारियों का मानना है कि लॉकडाउन के चलते जो हालात पैदा हुए हैं. उससे दीपावली से पहले निजात मिलती नजर नहीं आ रही है. उससे पहले शायद ही कारोबार पटरी पर आ पाए. लोगों की आमदनी ठप हो गई है और ग्राहकों की क्रय शक्ति घटी है. ऐसे में लोग आजीविका चलाने में ही परेशान हैं.
हो रही नाममात्र की कमाई
व्यापारियों का कहना है कि पहले इन महिनों में 50 लाख से अधिक तक की बिक्री हो जाती थी पर अब यह कमाई नाम मात्र की रह गई है. ऐसे में उनकी आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे खराब होती जा रही है. जिले भर में 200 से अधिक फर्नीचर की दुकानें हैं. इनमें 50 से अधिक ऐसे व्यापारी हैं, जो होलसेल का कार्य करते हैं. जिन्हें इस लॉकडाउन में करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. इसके अलावा इन फर्नीचर हाउस पर काम करने वाले श्रमिक भी पलायन कर चुके हैं. जिससे स्थिति और खराब हो चुकी है.
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