करौली. राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के तत्वाधान में करौली के टोडाभीम कस्बे में सोमवार को विद्युत कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया.
एसोसिएशन करौली के सचिव शिवकेश सत्तावन ने बताया कि सरकार की ओर से बिजली कर्मचारियों का मार्च-अप्रैल माह का वेतन स्थगित किए जाने और कोरोना आपदा के दौरान मृत्यु होने पर 50 लाख के स्वास्थ्य बीमा से वंचित रखे जाने के विरोध में बिजली कर्मचारियों की ओर से काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया गया.
बिजली कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन उन्होंने बताया कि बिजली विभाग को अति आवश्यक सेवाओं में नहीं मानकर सरकार की ओर से बिजली कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है. जिससे बिजली कर्मचारियों में रोष व्याप्त है. जबकि बिजली के बिना सभी कार्य अधूरे हैं. बिजली कर्मचारी 24 घंटे अपनी ड्यूटी देते हैं.
पढ़ें-करौली: चित्र और स्लोगन के माध्यम से कोरोना के प्रति लोगों को किया जा रहा जागरूक
ऐसे में उन्हें भी कोरोना संक्रमण का खतरा बना रहता है, लेकिन सरकार की ओर से उन्हें कर्मवीर का दर्जा नहीं दिया गया है और उन्हें 50 लाख के स्वास्थ्य बीमा से वंचित रखा गया है. जबकि बिजलीकर्मी भी कोरोना वारियर्स के रूप में अपनी ड्यूटी पर डटे हुए हैं. प्रदर्शन के दौरान बिजली कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने शीघ्र ही मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो कर्मचारियों को उग्र आंदोलन पर मजबूर होना पड़ेगा.