करौली. जिले के हिंडौन शहर की साधना कॉलोनी मे लगा बिजली का ट्रांसफार्मर कई दिनों से पानी से घिरा हुआ है. पानी से घिरा होने की वजह से ट्रांसफार्मर से कंरट प्रभावित होने की वजह से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़े हुए हैं. मानों ऐसा लगता है जिम्मेदार भी किसी हादसे का इंतजार कर रहे हो.
सरकारी अफसरों की घोर लापरवाही से होइए प्रत्यक्ष रूबरू दरअसल हिण्डौन शहर अन्तर्गत बाजना रोड स्थित साधना कॉलोनी के पास ट्रांसफार्मर कई दिनों से पानी से घिरा हुआ है. इससे कभी हादसा हो सकता है. लोगों का कहना है कि पानी से घिरे ट्रांसफार्मर के कारण कभी भी पानी में करंट प्रवाहित हो सकता है, जिससे हादसे की संभावना बनी हुई है. इस संबंध में बिजली निगम एवं नगर परिषद के अधिकारियों को कॉलोनी के लोगों ने कई बार अवगत कराया है, लेकिन लगता है कि निगम के अभियंता और नगर परिषद के अधिकारी भी हादसे के इंतजार में बैठे हैं.
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कॉलोनी वासियों ने बताया की साधना कॉलोनी के पास विद्युत ट्रांसफार्मर कई दिनों से पानी से घिरा हुआ है. यह पानी दो दिन पहले हुई बारिश से जमा हुआ है. इसके अलावा नलों के लीकेज का पानी भी ट्रांसफार्मर के चारों ओर एकत्र हो रहा है. दो खंभों को खडा कर बीच में रखे ट्रांसफार्मर के नीचे फ्यूज बॉक्स रखा हुआ है, जो लगभग आधा पानी में डूबा हुआ है.
कई पशुओं के लिए ट्रांसफार्मर बन चुका है काल...
ट्रांसफार्मर के पानी के बीच में रखे रहने से कई बार करंट भी प्रवाहित हो गया है. जिसकी वजह से कहीं पशु भी अकाल मौत का शिकार हो चुके हैं. इसके बाद भी बिजली निगम के अभियंता अनदेखी बरते हुए हैं. इस संबंध में नगर परिषद की ओर से भी पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. लोगों ने बिजली निगम के अभियंताओं को भी इस संबंध में जानकारी दी है. इसके बाद भी ट्रांसफार्मर को सुरक्षित स्थान पर रखने अथवा ट्रांसफार्मर के चारों ओर से पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है.
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बिजली विभाग शहर के अभियंता सुदीप ने बताया की बाजना रोड की साधना कॉलोनी के पास ट्रांसफार्मर जलभराव के बीच में है. ट्रांसफार्मर के फाउंडेशन बनाने के लिए सिविल विभाग को कई बार लिखित में और मौखिक बता दिया गया है, यह घोर लापरवाही है. शीघ्र ही ट्रांसफार्मर पर फाउंडेशन बनवाने की कारवाई की जायेगी.
अब देखना यह होगा कि अभियंता के बातों में कितना वजन है. विभाग इस समस्या का निदान कितनी जल्द करता है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. लेकिन अगर जल्द ही इसका कोई हल नहीं निकाला गया तो यह कॉलोनी वासियों के लिए यह जानलेवा भी साबित हो सकता है.