करौली. जिले में कोविड के संकट काल के दौरान करौली जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन की कमी के अभाव में कोविड पीडितों ने जिन कठिनाइयों का सामना किया उसकी गंभीरता को समझते हुए जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने गंभीर मरीजों को समुचित प्राणवायु उपलब्ध कराने के लिए जनसहयोग से लगभग 40 लाख रुपए की लागत से ऑक्सीजन प्लांट लगवाने के लिए आग्रह किया और लोग उत्साह के साथ आगे आए और धन राशि जुटाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया.
स्थानीय भामाशाहों और व्यवसायियों की ओर से ऑक्सीजन कमी की पूर्ति के लिए पैसे जुटाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया. इसमें आगे आने वाले भामाशाहों का जिला कलेक्टर ने कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यक्रम आयोजित कर भामाशाहों का सम्मान किया.
जिला कलेक्टर ने बताया कि करौली चिकित्सालय में जन सहयोग से चिकित्सालय में संसाधनों की कमी न रहे इसके लिए बेहतर से बेहतर प्रयास किये जा रहे हैं. जिला कलेक्टर ने ऑक्सीजन प्लांट के लिए एकत्रित हुए राशि के सहयोग के लिए भी प्रशंसा की.
उन्होंने बताया कि जिस प्रकार भामाशाहों की ओर से वार्ड गोद लेने के लिए आगे आए है इससे चिकित्सालय में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था का विकास होगा और स्थानीय लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाऐं मिल सकेंगी. भामाशाहों के सम्मान से इस संकट की घड़ी में करौली जिले के बड़े, मध्यम, छोटे व्यवसायियों सहित सरकारी कर्मचारी, अधिकारी जो भी अपना सहयोग देना चाहते है वे इस पुनीत कार्य में आगे आएंगे.
सम्मान समारोह के आयोजनकर्ता एकट बोध संस्थान के सत्येन चतुर्वेदी ने बताया कि इस अवसर पर एक लाख से अधिक सहायोग करने वाले भामाशाहों का सम्मान किया गया. इसके अलावा अन्य भामाशाहों को भी इस अभियान में सहयोग करने वालों को बाद में कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित किया जाएगा.