हिंडौन सिटी (करौली). नगर परिषद और प्रशासन इन दिनों ब्राह्मण धर्मशाला और सैनी धर्मशाला के पिछवाड़े कई वर्षों से संचालित गोपाल सब्जी मंडी को हटाने पर अमादा है. प्रशासन का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते सब्जी मंडी को आबादी वाले क्षेत्र से दूर शिफ्ट किया जा रहा है. वहीं सब्जी मंडी के अढ़तियों का कहना है कि वो 22 सालों से यहां काम कर रहे हैं, तो ऐसे में उसे यहां छोड़ना मुश्किल है.
आज से करीब 22 वर्ष पूर्व वर्ष 1998 में गोपाल सब्जी मंडी शुरू हुई थी. 36 गांवों के 122 माली-सैनी समाज के लोगों की उक्त जमीन पर सब्जी मंडी का संचालन करने के लिए संबंधित लोगों ने नगर परिषद से विधिवत पट्टे लिए थे. करीब 16 लाख रुपए जमा कराने के बाद पट्टे हासिल कर गोपाल सब्जी मंडी में सब्जी का कारोबार शुरू किया गया. मौजूदा दिनों में गोपाल सब्जी मंडी से 30 आढ़तिया और 71 फुटकर सब्जी विक्रेता जुडे़ हुए हैं, जो वर्ष 1998 से लगातार सब्जी का व्यापार कर रहे हैं.
मौजूदा प्रशासन इन दिनों सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं होने की बात कहकर इस 22 वर्ष पुरानी गोपाल सब्जी मंडी को समाप्त करने पर अमादा है. गोपाल सब्जी मंडी में व्यापार करने वाले 30 आढ़तियोंं और 71 फुटकर व्यापारियों को जबरन बयाना मार्ग स्थित बारोलिया पेट्रोल पंप के सामने 6 सब्जी विक्रेताओं की ओर से खरीदी गई जमीन पर भेजा जा रहा है. गोपाल सब्जी मंडी में कार्य कर रहे 30 आढ़तिये और 71 फुटकर व्यापारी वहां जाने को किसी भी हाल में तैयार नही हैं, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं होने का कथित बहाना बनाकर आला अधिकारी कानून के डंडे का दुरूपयोग कर रहे हैं और कई दिनों से विभिन्न प्रकार की धमकियां देते हुए गोपाल सब्जी मंडी के दुकानदारों को प्रताड़ित कर रहे हैं.
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