करौली. जिले के कैलादेवी आस्थाधाम में रविवार को दशहरे के अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने माता की चौखट पर मन्नतें मांगीं. वहीं दूसरी ओर विभिन्न देव स्थलों पर अनुष्ठान सम्पन्न हुए. कैलादेवी आस्था धाम में तड़के सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी जो निरंतर जारी रही है. श्रद्धालुओं ने माता की पूजा अर्चना कर मन्नतें मांगी. इस दौरान श्रद्धालु सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क लगाकर माता के दर्शन करते हुए नजर आए.
भक्तों ने कैलादेवी के दरबार में मांगी मन्नत दशहरे के अवसर पर श्रद्धालु अपने निजी वाहनों से मां कैलादेवी के दरबार में आए. वहीं, आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से श्रद्धालु पैदल चलकर माता के दरबार में पहुंचे. रविवार को छुट्टी होने के कारण श्रद्धालुओं की अच्छी खासी चहल-पहल देखने को मिली. श्रद्धालुओं के आवागमन के चलते दुकानो पर भी भीड़ नजर आई. दशहरे के अवसर पर जिले के विभिन्न देव स्थलों पर भी लोगों का तांता लगा रहा. देव स्थलों पर दशहरे के अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए. वहीं, घरों पर कन्या को भोजन कराकर उनको भेंट दी गई.
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मंदिर टेस्ट के प्रबंधक महेश चंद शर्मा ने बताया कि दशहरे के अवसर पर श्रद्धालुओं की काफी अच्छी भीड रही. कोविड-19 की गाइडलाइन की पालना करते हुए दर्शनों की व्यवस्था की गई. बिना मास्क के श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया. और जो श्रद्धालुओं मास्क लगाकर नहीं आए उनको मंदिर टेस्ट की तरफ से भी मास्क उपलब्ध करवाए गए. मंदिर में सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के साथ श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए गए हैं.कोविड-19 के चलते भोग प्रसाद पर पाबंदी लगाई गई है.
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कैलादेवी कालीघाट पर स्थित प्राचीन वाल्मीकि आश्रम व गुरु गोरखनाथ अखंड धूना पर नव दुर्गा चंडी पाठ के समापन के उपलक्ष्य में हवन आहुति देकर विधि अनुसार कन्या पूजन किया गया. इस दौरान महायोगी सोमनाथ महाराज के सानिध्य में चल रहे नव दुर्गा चंडी पाठ जिसका विजय दशमी को समापन पर पंडित रामस्वरूप शास्त्री द्वारा विधि अनुसार हवन आहुति देकर नव कन्याओं का पूजनकराया गया और कन्याओं को माता की चुनरी वस्त्र भेंट कर भंडारे का आयोजन किया गया. भंडारे मे कन्या लांगरा साधु संत को भोजन परसादी कराकर दक्षिणा भेंट की गई. इस दौरान संत त्यागी महाराज, भोलेनाथ महाराज, मौजूद रहे.