करौली. नगरपरिषद सभापति के पद पर उपसभापति अजय प्रजापत ने शुक्रवार को कार्यभार संभाल लिया. सभापति का कार्यभार ग्रहण करने से पहले प्रजापत ने विधायक लाखन सिंह मीना की उपस्थिति में भाजपा छोड़ कांग्रेस की सदस्यता ली. इस दौरान प्रजापत ने कहा, कि क्षेत्र के विधायक के साथ मिलकर प्लानिंग के मुताबिक करौली शहर में विकास कार्य कराएंगे. लोगों ने नवनियुक्त सभापति अजय प्रजापत का माला-साफा पहनाकर स्वागत किया.
अजय प्रजापत ने संभाला सभापति का कार्यभार अजय प्रजापत ने कार्यभार संभालने के बाद कहा, कि वे करौली नगरपरिषद क्षेत्र का विकास कराने के लिए कांग्रेस में शामिल हुए हैं. उनकी नगर परिषद की आय बढ़ाने और शहर के लोगों की समस्याओं का समाधान निश्चित अवधि में कराने की प्राथमिकता रहेगी. नगर परिषद में बढ़ रहे भ्रष्टाचार को समाप्त किया जाएगा और नगरपरिषद के आय के स्रोतों को बढ़ाया जाएगा ताकि कर्मचारियों का समय पर वेतन मिले.
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विधायक लाखन सिंह कटकड़ ने बताया, कि पूर्व सभापति को निलंबित करने के बाद नए सभापति के रूप में अजय प्रजापत को चार्ज दिया गया है. सभापति के कंधे से कंधा मिलाकर शहर का विकास कराया जाएगा.
बता दें, स्वायत शासन विभाग ने करौली नगरपरिषद के सभापति का कार्यभार उपसभापति अजय प्रजापत को सौंपने के आदेश जारी किए. पूर्व सभापति राजाराम गुर्जर के खिलाफ जिला पुलिस अधीक्षक से अभियोग मिलने और नगरपरिषद आयुक्त से प्राप्त टिप्पणी के आधार पर स्वायत शासन विभाग ने उन्हें 6 दिसम्बर को निलंबित किया था. इस कारण सभापति का पद रिक्त होने से उपसभापति को सभापति का कार्यभार सौंपने के आदेश जारी हुए हैं. विभाग की निदेशक और संयुक्त सचिव उज्ज्वला राठौड़ ने आदेशों में बताया, कि सभापति का पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है, इसी वर्ग से उपसभापति आते हैं. इस कारण उन्हें सभापति का कार्यभार सौंपा गया है.अजय प्रजापत करौली नगरपरिषद के वार्ड 13 से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर उपसभापति बने. अब सभापति का कार्यभार संभाला है.