करौली.बेशक पूरा देश कोरोना वायरस के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ रहा है. लेकिन इस जंग में संवेदनाएं मोर्चा संभाल रही हैं. यह संवेदना मनुष्य क्या, पशु-पक्षियों के के लिए साफ दिखाई दे रही है. शहर की सड़कों पर तो गांव की गलियों में लोग एक दूसरे के लिए मदद करते साफ दिखाई दे जाएंगे.
बीते एक माह से कोरोना संकट की घड़ी में करौली में ऐसे अनेक लोग है जो जरूरतमंद और बेजुबानों की मदद में जुटे हुए हैं. जो सुबह होते ही घर से निकलते हैं और देर रात जरूरतमंद लोग और पशु पक्षियों को भोजन का प्रबंध कर घर लौटते हैं. सर्व समाज युवा परिषद के प्रदेश संयोजक जीतू शुक्ला जब से देश में लॉकडाउन के आदेश हुए थे, तब से ही शुक्ला समझ गए थे कि स्थिति बहुत गंभीर होने वाली है. शुक्ला द्वारा फेसबुक के माध्यम से लोगो से जरूरतमंदों के पेट को भरने के लिए इच्छानुसार राशन सामग्री देने की अपील की गई थी. जिस अपील को लोगों द्वारा गम्भीरता से लिया गया. किसी ने आटा पहुंचाया तो किसी ने चीनी, दाल, तेल, मसाले जो लोगों से बन पड़ा वो मदद की.
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बस फिर क्या था शुक्ला निकल पड़े अपने मिशन पर टीम के कुछ युवा सदस्यों के साथ. शहर के गरीब असहाय मजदूर वर्ग की शुक्ला और टीम द्वारा जानकारी जुटाई गई. फिर उनको घर-घर जाकर राशन पहुंचाया जा रहा है. साथ ही करौली-धौलपुर सांसद मनोज राजोरिया भी इन युवाओं की तारीफ किए बिना नहीं रह सके.
सांसद ने युवाओं की सराहना करते हुए अन्य लोगों को भी ऐसे ही मदद को हाथ बढ़ाने की बात कही. जीतू शुक्ला के अनुसार अब तक 250 से अधिक परिवारों को राशन किट वितरण कर चुके हैं. समाजसेवी टोनू राजोरिया स्वयं के खर्चे पर जरुरतमंदों को राशन कीट पहुचाने में लगे हुए हैं. तो वहीं दूसरी ओर बेजुबान पशु पक्षीयों को दाना-पानी की व्यवस्था में जुटे है.