करौली.जिले के सपोटरा उपखंड में बुधवार को मंदिर में पूजा करने वाले पुजारी बाबू वैष्णव को गांव के दबंगों ने पेट्रोल छिड़ककर जला दी. जिसमें इलाज के दौरान पुजारी ने दम तोड़ दिया. घटना को लेकर ईटीवी भारत ने पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा से बातचीत की. उन्होंने बताया कि मामले में 2 आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. बाकी बचे आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की 6 टीमों का गठन किया गया है.
पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए जमीन से जुड़े अन्य मामलों की स्क्रूटनी करवाई जाएगी. उन्होंने बताया कि स्वयं के द्वारा इसका सुपरविजन किया जाएगा. कच्छावा ने कहा कि मूलरूप से सबसे पहले जो तथ्य पुलिस के समक्ष आए हैं, उसमें भूमि विवाद से जुड़ा हुआ मामला है. मृतक बाबूलाल वैष्णव ने जो कथन किए थे, उसके अनुसार आईपीसी धारा 307 में मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन पुजारी की मौत हो गई इसलिए अब मुकदमा धारा 302 में दर्ज किया जाएगा.
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कच्छावा ने बताया कि पीड़ित परिवार और पुलिस के बीच सवाई मानसिंह अस्पताल में जो वार्ता हुई है, उसमें कुछ बातों पर सहमति बनी है. उन सहमति के अनुसार सबसे पहले पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराना है. इसके लिए पुलिस के 4 जवानों को तत्काल उनकी सुरक्षा में तैनात कर दिया गया. पीड़ित परिवार की दूसरी मांग थी कि घटना का अनुसंधान सपोटरा थाना अधिकारी से ना करवाकर डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी से करवाया जाए. उस सहमति को मानते हुए पुलिस ने अनुसंधान वृताधिकारी हिण्डौन को सौंपा है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पीड़ित परिवार की तीसरी मांग थी कि सपोटरा थानाधिकारी की ओर से अगर कोई लापरवाही की गई हो तो उसके समक्ष में उसकी जांच करवाई जाए. इसकी जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक करौली को सौंपी गई है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की जांच में अगर कोई लापरवाही सामने आएगी तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
अपराध को रोकना पुलिस की पहली प्राथमिकता