करौली.सपोटरा के बूकना गांव में पुजारी को जिंदा जलाकर मार डालने की घटना के बाद कई दूसरे स्थानों पर पुजारियों को जमीन के लिए प्रताड़ित किए जाने के मामले सामने आ रहे हैं. अब एक नया मामला टोडाभीम के एदलपुर गांव से सामने आया है. जहां पुजारी ने ज्ञापन भेजकर प्रशासन और सरकार से मदद की गुहार लगाई है. पुजारी दिनेश चंद शर्मा पुत्र गिर्राज शर्मा ने बताया कि गांव के सीताराम मंदिर पर उसका परिवार पीढ़ियों से पूजा-अर्चना करता चला आ रहा है.
पुजारी ने बताया कि मौजूदा दिनों में वह मंदिर में पूजा अर्चना कर दान-दक्षिणा एवं मजदूरी कर जैसे-तैसे परिवार का पोषण कर रहा है. उसके परिवार को करीब 40 साल पहले ग्राम पंचायत ने 150 वर्गगज भूमि का पट्टा दिया था. उस दौरान उसके पिता गिर्राज शर्मा टीबी से पीड़ित थे, जिनकी कुछ दिनों बाद मृत्यु हो गई. पिता की मौत के बाद गांव के कुछ दबंगों ने उस जमीन पर कब्जा कर लिया और उसे बेदखल कर दिया. इसके बाद पुजारी परिवार ने गांव में चारागाह भूमि पर छप्पर बनाकर रहना शुरू कर दिया.
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पुजारी ने बताया कि अब जिस चारागाह भूमि पर वह रह रहा है, वहां भी गांव के दबंगों ने कब्जा करते हुए पशुओं का कूड़ा डाल दिया और उसके टीनशैड पर कब्जा जमा लिया है. इस संबंध में टोडाभीम थाने की पुलिस के साथ कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को शिकायत की गई तो दबंगों ने उसके छप्पर पर पथराव किया और धमकियां भी दी. अब फिर से पुजारी ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत कर गांव के नामजद दंबग लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.
शिकायत में पुजारी ने बताया है कि दबंग लोग उससे चारागाह वाली जमीन से कब्जा छोड़ने के अवज में 1 लाख 60 हजार रुपए की मांग कर रहे हैं. पुजारी ने बताया कि दबंगों ने उन पर पहले भी झूठा केस दर्ज करवा दिया था. पुजारी का कहना है कि सरकार उसकी मदद करे, नहीं तो गांव के दबंग लोग उसे जान से मार देंगे. वहीं, फाइट ऑफ राइट संस्था के प्रदेशाध्यक्ष सुनील उदेइया मुख्यमंत्री से मांग कर चुके हैं कि प्रदेश भर में मंदिर माफी की जमीनों को सुरक्षित करने के लिए कलेक्टरों को निर्देशित किया जाए और मंदिर की जमीनों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ विधेयक लाकर कड़ी सजा का प्रावधान कराया जाए, जिससे की बूकना गांव जैसी घटना की पुनर्रावृति नहीं हो सके.