राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

भीम सेना ने भैंस के आगे बीन बजाकर किया प्रदर्शन, आमरण अनशन की चेतावनी - karauli news

सर्वसमाज और देश हित के लिए भीम सेना के पदाधिकारी बीते पांच दिनों से धरने पर बैठे हैं. ऐसे में जब प्रशासन ने उनकी कोई खबर नहीं ली तो उन्होंने भैस के आगे बीन बजाकर जिला प्रशासन से अपनी मांगों को मानने की गुहार लगाई

भीम सेना का 5वें दिन धरना जारी

By

Published : Jun 7, 2019, 5:08 PM IST

करौली. इक्कीस सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे भीम सेना के सदस्यों की शुक्रवार को 5वें दिन भी प्रशासन द्वारा सुनवाई नहीं करने पर सदस्यों ने भैंस के आगे बीन बजाकर प्रदर्शन किया. साथ ही एडीएम मुन्नीदेव यादव को ज्ञापन दिया. भीम सेना के पदाधिकारियों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे सोमवार से आमरण अनशन शुरू करेंगे.

करौली में भीम सेना का 5वें दिन धरना जारी

दरअसल, सर्वसमाज और देशहित की 21 सूत्रीय मांगों को लेकर अन्तर्राष्ट्रीय भीम सेना के प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम मीना के नेतृत्व में रविवार से पदाधिकारी कलेक्ट्रेट के सामने पंडाल लगाकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए. लेकिन प्रशासन द्वारा भीम सेना के पदाधिकारियों और उनकी मांगों की सुध नहीं ली जा रही. ऐसे में पदाधिकारियों ने शुक्रवार को धरना स्थल पर ही भैंस के आगे बीन बजाकर प्रशासन के खिलाफ विरोध जाहिर करते हुऐ नारेबाजी की.

इसके बाद जिला कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन दिया. जल्द से जल्द मांगे मानने की गुहार लगाई. साथ ही मांगे पूरी नहीं होने पर सोमवार से आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी. अन्तर्राष्ट्रीय भीम सेना के प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम मीना ने बताया की इक्कीस सूत्रीय मांगों लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. लेकिन पांच दिन बीत गए प्रशासन ने अभी तक कोई बात नहीं मानी. ऐसे में उन लोगों ने प्रशासन के सामने भैंस के आगे बीन बजाकर प्रदर्शन किया.

उन्होंने कहा कि सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो सोमवार से वे आमरण अनशन पर बैठेंगे. जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तब तक लड़ाई जारी रहेगी. वहीं एसडीएम मुन्नीदेव यादव ने उनकी मांगों को उच्च अधिकारियों को अवगत कराने का आश्वासन दिया. गौरतलब हो कि भीम सेना समाज में बढ़ते बलात्कार, नशा, सट्टे के खिलाफ कार्रवाई, जनसंख्या नियंत्रण नीति बनाने, किसानों की समस्या, मेडिकल सेवा आदि मुद्दों की समस्या के लिए समाधान की मांग कर रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details