जोधपुर.जोधपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की (Jodhpur Development Authority) सबसे बड़ी विवेक विहार योजना शवों का डपिंग याड बन गई है. इस कॉलोनी के पूरी तरह से विकसित नहीं होने से यहां बिछाई गई सीवरेज लाइन खाली रहती है, जिसका अपराधी दुरुपयोग करने लगे हैं. सबूत नष्ट करने के लिए हत्या कर यहां वर शव डंप किए जाने लगे हैं. क्योंकि लंबी चौड़ी इस योजना का बड़ा हिस्सा पूरी तरह से निर्जन है. झाडियों से अट गया है.
जिसका अपराधी फायदा उठा रहे हैं. हाल ही में 22 नवंबर को मिली एक महिला की लाश की पहचान अभी तक नहीं हो सकी. उसकी हत्या कर शव यहां डंप किया गया था. पुलिस ने इसके लिए उस समय जोधपुर शहर में गुमशुदा महिला व युवतियां जो अभी तक नहीं मिली है, उनके परिजनों के डीएनए टेस्ट करवना शुरू किया है. हालांकि पहले तीन टेस्ट में अभी पुलिस को कामयाबी नहीं मिली है, क्योंकि उनका मिलान नहीं हुआ है.
विवेक विहार थानाधिकारी दिलीप खदाव का कहना है कि इस गुत्थी को सुलझाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं. महिला के चेहरे को खराब कर यहां शव को डंप किया गया था. हमने कई लोगों को लाकर पहचान करवाने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके बाद मृतक के शव के बाल व मोरल के डीएनए सैंपल संरक्षित करवाए. जिससे जांच करवा रहे हैं, फिलहाल उस शव का निस्तारण कर दिया.
500 गुमशुदगी की छानबीनः विवेक विहार इलाका इससे पहले कुडी भगतासनी थाने में आता था. हाल ही में कमिश्नरेट में नया थाना विवेक विहार सृजित किया गया. उसके बाद दो मामले सामने आ गए. अब पुलिस इस अनसुलझी गुत्थी को सुलझाने में जुटी है. थानाधिकारी दिलीप खदाव के अनुसार 22 नवंबर को शव मिलने के बाद से अब तक हमने पहले संभाग व अब उस समय के आस पास की 500 गुमशुदगी की छानबीन की है. जिसमें 22 से 40 वर्ष की उम्र की महिलाएं और युवतियां गुम हुई हैं. कुछ परिवारों के डीएनए भी करवाए.
पहले डीएनए टेस्ट से हुई पहचानःबीते पांच सालों में छह शव यहां मिल चुके हैं. इनमें से सिर्फ एक मामले में आरोपी गिरफ्तार हुआ है. गत वर्ष बुजुर्ग परसाराम का शव यहां मिला था. लेकिन शव पहचान में नहीं आया था. डीएनए टेस्ट पहचान हुई. उसके बाद पुलिस ने मामले की गहनता से पड़ताल की तो हत्यारे को भी गिरफ्तार किया था.
केस: 1
साल 2016:विवेक विहार की सीवरेज लाइन में एक अज्ञात शव मिला था. कुड़ी भगतसनी थाने में मामला दर्ज किया गया है. छह-सात साल बीत जाने के बाद भी शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है.