जोधपुर.महामंदिर थाना पुलिस ने हैंडीक्राफ्ट व्यवसाई अरविंद कालानी के साथ हुई 16 करोड़ की (16 crore fraud case) ऑनलाइन ठगी के मामले में दो और आरोपियों को पुणे से (two more arrested in 16 crore fraud case) गिरफ्तार किया है. अब तक कुल चार आरोपी पकड़े गए हैं. आज गिरफ्तार किए गए एक आरोपी राहुल कांताराम के खाते में ट्रांजैक्शन हुआ था जबकि दूसरा आरोपी बीचू मोहम्मद सादिक ने इसके लिए दलाली की थी. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
महामंदिर थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हैंडीक्राफ्ट एसआई के साथ हुई ठगी के मामले में कमीशन के रूप में दिए गए 16 करोड़ रुपये कुल 8 खातों में ट्रांसफर किए गए थे. इनमें राहुल कांताराम के खाते में 5 लाख 43 हजार ट्रांसफर किए गए थे. बीचू मोहम्मद ने दुबई में रहने वाले ठगों को राहुल का खाता दिलवाया था. इस खाते में से चार लाख रुपए ठगों ने निकाल लिए. इस दौरान राहुल ने अपने खाते की ऑनलाइन सुविधा बंद करवा दी जिसके बाद उसने बाकी राशि अपने पास रख ली.
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पुलिस ने बताया कि दलाल बीचू मोहम्मद भी दुबई में ही रहता था. उसके वहां संपर्क होने की जानकारी सामने आई है. दोनों को आज न्यायालय में पेश कर 5 दिन का रिमांड पर लिया गया है. मामले को लेकर लगातार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. इससे पहले पुलिस ने इस प्रकरण में उदयपुर निवासी दीपक सोनी और मानव गर्व को भी गिरफ्तार किया था. मानव गर्व के मार्फत ठगों ने दीपक सोनी के खाते में बड़ा ट्रांजैक्शन करवाया था. खाते में जमा राशि दुबई में रह रहे करण ने निकाली थी. अभी पुलिस इस मामले से जुड़े छह अन्य खातों की भी पड़ताल कर रही है.
101 बार में दिए 16 करोड़
पुलिस के अनुसार विदेशी कंपनी के प्रलोभन में आए एक्सपोर्टर अरविंद कालानी ने वायदा कारोबार में लाभ कमाने के चक्कर में 16 करोड़ रुपए कमीशन के रूप में दिए थे. इसके लिए उसे लाभ के रूप में 49 करोड़ मिलने की बात कही गई थी, लेकिन ठगों ने लाभ देने से इनकार कर दिया. तब अरविंद ने पुलिस में रिपोर्ट दी थी जिसमें बताया गया है कि एफआईआर दर्ज करवाने से पहले तक 101 बार ट्रांजैक्शन कर करीब 16 करोड़ 26 लाख 387 रुपए उससे जमा करवा लिए गए थे.
इसके बाद ठगों ने उसे मेंबरशिप अपग्रेड करने का कहा, लेकिन एक्सपोर्टर ने इससे इनकार करते हुए अपनी राशि वापस लौटाने की मांग रखी जिसके बाद ठगों ने उसे व्हाट्सएप चैट से बाहर कर दिया. एक्सपोर्टर ने ठगों के नंबर पर कई बार संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन कॉल नहीं लग सकी तो उसे समझ आ गया कि उसके साथ ठगी हुई है क्योंकि उसके संपर्क का जरिया सिर्फ व्हाट्सएप चैट थी जिससे उसे बाहर कर दिया गया था