भोपालगढ़ (जोधपुर).जिले के भोपालगढ़ विधानसभा क्षेत्र के सोयला में वर्षों से आमजन और पशु-पक्षियों की प्यास बुझाने वाला घड़ाई नाडी देखरेख के अभाव में दुर्दशा का शिकार हो रहा है. गत दो दिनों में घड़ाई नाडी में बड़ी तादाद में मछलियां गर्मी से आहत होकर मर गईं. इस तालाब में एक साथ इतनी मछलियों के मरने से दूर तक बदबू आ रही है और पानी का रंग बदलकर हरा हो गया है.
जोधपुर के एक तालाब में बड़ी तादाद में मरीं मछलियां ग्रामीणों ने बताया कि तालाब में बदबू से बीमारी फैलने की आशंका हो रही है. साथ ही इस तालाब को धार्मिक और पवित्र मानकर यहां कई मूर्तियां विसर्जन भी की जाती हैं. लेकिन, अब इस तालाब में पानी इतना गंदा हो गया है कि यह पानी किसी पशु के पीने लायक भी नहीं रहा है. वहीं, मरी हुईं मछलियों को कुत्ते बाहर लाकर गंदगी फैला रहे हैं.
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बावड़ी तहसीलदार धनाराम गोदारा ने शुक्रवार को निरीक्षण कर भामाशाहों के सहयोग से टैंकरों से तालाब में पानी डालने का कार्य शुरू करवाया. जिससे बची मछलियां भी काल का ग्रास ना बनें. इसके साथ ही तहसीलदार गोदारा ने घड़ाई नाडी का जायजा लिया. जन सहयोग से मरी हुईं मछलियों को बाहर निकलवाने का काम भी किया गया.
तहसीलदार ने स्वच्छ पानी की व्यवस्था के लिए एक टैंकर की राशी स्वंय देकर अन्य लोगों को प्रेरित किया. जिसके बाद जन सहयोग से पचास टैंकर की व्यवस्था की गई. इस मौके पर भूपेन्द्र सिंह, मोहनराम चौधरी, बज्रमोहन सिह, कालुराम सोलंकी, प्रेमचंद जैन, कोजाराम भाटी, घनश्याम दाधीच, पुखराज चोकिदार, जगदीश खत्री, बबलु, केलाश मेघवाल, मुन्नाराम, दिनेश कच्छावाह मौजूद रहे.