जोधपुर. तीन राज्यों में दहशत का पर्याय बन चुका लॉरेंस आज भले ही जेल की सलाखों के पीछे है. बावजूद इसके उसके गुर्गे लगातार खौफ फैला रहे हैं. चाहे पंजाब हो या हरियाणा या फिर (Terror of Lawrence Gang in Rajasthan) राजस्थान. इन तीनों ही राज्यों में लॉरेंस गिरोह की मजबूत पकड़ और नेटवर्क बना हुआ. जिसके बूते वो आसानी से किसी वारदात को अंजाम देते हैं. गत वर्ष सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद दो दिन पहले सीकर में गैंगेस्टर राजू ठेहट की हत्या इसका जीता जागता उदाहरण है.
वहीं, पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार तो कर रही है, लेकिन लॉरेंस गैंग का सफाया नहीं कर पा रहा है. जोधपुर जिले में भी लॉरेंस के गुर्गों का आंतक बना हुआ है. आए दिन कोई न कोई अपने आपको लॉरेंस गिरोह का बताकर सरेआम वारदात की घटनाओं को अंजाम दे रहा है. इसी बीच तीन दिन पहले बाप के बड़ी सीड सरपंच प्रतिनिधि भैरूसिंह पर लॉरेंस के गुर्गे अशोक कुमार ईशरवाल ने बीकानेर में जानलेवा (Sarpanch Attack of Lawrence Gang) हमला किया था. इस दौरान सरपंच की गाड़ी ठोक उस पर फॉयरिंग की गई और इसके बाद बदमाश मौके से भाग निकले. इधर, घटना के बाद सरपंच भैरुसिंह ने बीकानेर में उक्त मामले की शिकायत दर्ज कराई. साथ ही उन्होंने बताया कि इससे पहले जून-जुलाई में भी आरोपी अशोक ने उन पर फॉयरिंग (Lawrence gang challenge for Rajasthan Police) की थी, जिसमें वो बाल-बाल बच गए थे.
पहले हमला और फिर धमकी:घटना के बाद भैरूसिंह परिवार के साथ वापस अपने गांव आ गया, लेकिन अगले ही दिन आरोपी अशोक ईशरवाल (Gangster Ashok Ishwarwal) ने फेसबुक पोस्ट कर उसे धमकी दी. जिसमें आरोपी अशोक ने लिखा - ''मेरे पिता ने सीख दी है कि बेटा खुद मर जाना, लेकिन दुश्मन के परिवार को हाथ मत लगाना. परिवार के साथ थे, इसलिए छोड़ दिया. लेकिन जिस दिन अकेला मिल जाओगे उस दिन नहीं छोडूंगा." अशोक ईशरवाल लगातार इलाके में अपनी दहशत फैला रहा है, लेकिन पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई है. उसके खिलाफ कई मामले भी दर्ज हो चुके हैं. वहीं, बड़ी सीड में बड़े सोलर प्रोजेक्ट लग रहे हैं. ऐसे में वसूली के लिए सरपंच प्रतिनिधि पर आरोपी दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है, पर उसकी धमकियों को दरकिनार करने की सूरत में सरपंच पर जानलेवा हमला किया गया.