जोधपुर. सरकार के निर्देश पर पूरे प्रदेश में त्यौंहार के दिनों में बाजार में मिलावटी खाद्य सामग्री की बिक्री रोकने के लिए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा रहा है (Shudh ke liye Yudh Campaign in Jodhpur). जिसके तहत खाद्य सामग्रियों के नमूने लिए जा रहे हैं. जोधपुर में भी यह काम 13 अक्टूबर से चल रहा हैं. अब तक करीब 46 नमूने लिए जा चुके हैं. इस दौरान कई जगह पर सामग्री सीज भी की गई है.
बड़ा सवाल यह है कि जिन घी, तेल, मावा, मिठाई दूध के नमूने लिए गए हैं उनकी रिपोर्ट ही दिवाली के बाद आएगी. अगर कोई मिलावटी पाया गया तो उसके विरूद्ध कार्रवाई होगी. लेकिन तब तक वह वस्तु उपभोक्ता काम में ले चुके होंगे. ऐसे में इस अभियान का महत्व क्या रहेगा? जोधपुर में चल रहे अभियान के दौरान अभी तक एक नमूने की रिपोर्ट नहीं मिली है. खुद डिप्टी सीएमएचओ मानते हैं कि सामान्यत 14 दिन में रिपोर्ट आती है लेकिन इन दिनों नमूने ज्यादा हैं इसलिए 20 दिन लगेगें.
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अब तक 45 से अधिक नमूने लिए-स्वास्थ्य विभाग के खाद्य सुरक्षा अधिकारी हर दिन बाजारों से सैंपल उठा रहे हैं. इनमें सर्वाधिक घी, मावा, तेल व मसालों के नमूने लिए गए हैं. इसके अलावा दूध, मैदा, मिर्च पाउडर, कलाकंद, बेसन, चमचम, रसगुल्ला, काजू कतली, राजभोग, गुलाब हलवा, गुलाब जामुन, रिफाइंड तेल, हल्दी, धनिया, पनीर, बादाम, पिस्ता कतरन के नमूने जुटाएं गए हैं लेकिन एक की भी जांच रिपोर्ट नहीं मिली है.
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मिलावटी प्रतीत होने पर करते हैं सीज-डिप्टी सीएमएचओ डॉ प्रीतम सिंह बताते हैं कि जनस्वास्थ्य प्रयोगशाला में दबाव ज्यादा होने से रिपोर्ट बीस दिन में आएगी. बताते हैं कि कार्रवाई के दौरान ही कोई सामग्री मिलावटी प्रतीत होती है तो उसे सीज करवाकर उसकी बिक्री रोकी जाती है.जिससे वो उपभोक्ता तक नहीं पहुंचे. इनमें 45 हजार किलो मसाले, देशी घी, ड्राइफ्रूट्स बडी मात्रा में इस बार सीज किए गए हैं.